मोदी ने पूर्वोत्तर से उग्रवाद के दौर को खत्म किया, सारा जोर क्षेत्र के विकास पर : अमित शाह

मोदी ने पूर्वोत्तर से उग्रवाद के दौर को खत्म किया, सारा जोर क्षेत्र के विकास पर : अमित शाह

मोदी ने पूर्वोत्तर से उग्रवाद के दौर को खत्म किया, सारा जोर क्षेत्र के विकास पर : अमित शाह
Modified Date: November 29, 2022 / 08:25 pm IST
Published Date: December 27, 2020 1:39 pm IST

इम्फाल, 27 दिसंबर (भाषा) केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को कहा कि पूर्वोत्तर भारत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दिल में है और वह क्षेत्र में बहुत विकास लेकर आए हैं और यहां उग्रवाद, बंद तथा सड़क नाकेबंदी के दौर को खत्म किया है।

शाह ने यहां हप्त कांगजेइबुंग में कई परियोजनाओं का उद्घाटन और आधारशिला रखते हुए कहा कि मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार ने क्षेत्र को एक नयी पहचान दी है जो विकास के नए युग का एहसास कर रहा है।

उन्होंने कहा कि पहले मणिपुर को उग्रवाद, बंद और सड़क नाकेबंदी के लिए जाना जाता था, लेकिन अब अधिकतर उग्रवादी संगठन मुख्य धारा में शामिल हो गए हैं और जो मुख्य धारा में शामिल नहीं हुए हैं, वे भाजपा सरकार के प्रयासों से इसमें शामिल होंगे।

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शाह ने सत्ता में रहने के दौरान मणिपुर की समस्याओं का हल नहीं करने के लिए कांग्रेस पर हमला बोला और कहा कि मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह के नेतृत्व में राज्य बीते तीन साल से उन्नति के पथ पर बढ़ रहा है।

कांग्रेस पर तंज कसते हुए शाह ने कहा कि लंबे समय तक पूर्वोत्तर के राज्यों में शासन करने वाली देश की सबसे पुरानी पार्टी ने क्षेत्र की आर्थिक समृद्धि के लिए सिर्फ ज़बानी जमा खर्च किया है। केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा, ‘क्षेत्र में कांग्रेस के लंबे शासन के दौरान, उन्होंने सिर्फ परियोजनाओं की आधारशिला रखी जिन्हें भाजपा सरकार ने नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पिछले छह साल में पूरा किया है।’

शाह ने कहा, ‘पहले कांग्रेस पूर्वोत्तर को 89,168 करोड़ रुपये का बजट देती थी लेकिन भाजपा ने इसे बढ़ाकर अब 3,17,375 करोड़ रुपये कर दिया है।’

केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री ने मणिपुर के लोगों को ‘इनर लाइन परमिट’ (आईएलपी) के रूप में सबसे बड़ा तोहफा दिया है जो उन्हें बिना मांगे मिला है।

शाह ने कहा, ‘ मोदीजी को एहसास हुआ कि मणिपुर के पास इनर लाइन परमिट नहीं है जबकि उसके आस-पास के अन्य राज्यों में यह है जो मूल यहां के निवासियों के साथ अन्याय है और उन्होंने रास्ता तलाशा।’

उन्होंने कहा, ‘ 11 दिसंबर 2019 को जब मणिपुर को यह (आईएलपी) मिला तो यह हमारे लिए बड़े संतोष’ की बात थी।

आईएलपी एक आधिकारिक यात्रा दस्तावेज होता है जो संबंधित राज्य सरकार भारतीय नागरिक को सीमित अवधि तक किसी संरक्षित इलाके की यात्रा के लिए जारी करती है।

शाह ने कहा कि पूर्वोत्तर से प्रधानमंत्री के लगाव को इस बात से समझा जा सकता है कि सत्ता में रहने के बीते छह बरस के दौरान, मोदी ने 40 से ज्यादा बार क्षेत्र की यात्रा की है।

उन्होंने कहा, ‘अतीत में पूर्वोत्तर बाढ़ के पानी का सामना करता था लेकिन अब लोग क्षेत्र में विकास के सैलाब के गवाह बन रहे हैं।’

शाह पूर्वोत्तर की तीन दिवसीय यात्रा के अंतिम चरण में रविवार दोपहर गुवाहाटी से यहां पहुंचे। उन्होंने सात परियोजानओं की आधारशिला रखी जिनमें चूड़ाचांदपुर में मेडिकल कॉलेज शामिल है। इसके अलावा उन्होंने थोबल बांध का उद्घाटन किया और बिष्णुपुर-थोबल-कसोम कुल्लेन सड़क आम लोगों को समर्पित किया।

केंद्र की भाजपा नीत सरकार और मणिपुर की बीरेंद्र सिंह की सरकार के प्रयासों की सराहना करते हुए शाह ने कहा कि 2014 से पहले राज्य में मात्र छह प्रतिशत घरों तक शुद्ध पेयजल पहुंचा था जो छह साल में बढ़कर 31 प्रतिशत हो गया है।

उन्होंने कहा कि इसी तरह से विगत छह वर्षों में राज्य आने वाले सैलानियों की संख्या में 222 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। इस दौरान मणिपुर के 1186 युवाओं ने अपने स्टार्ट-अप शुरू किए हैं।

केंद्रीय पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) जितेंद्र सिंह ने भी मोदी सरकार के प्रयासों की प्रशंसा की।

इस मौके पर बीरेंद्र सिंह ने भी अपनी बात रखी।

भाजपा 2017 में पहली बार मणिपुर में सत्ता में आई।

भाषा

नोमान अविनाश

अविनाश

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