रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद बीजेपी ने बड़े फैसले के संकेत दिए हैं। सभी 11 सीटों पर नए चेहरे उतारने के ऐलान के बाद पूरी पार्टी में दिल्ली से रायपुर, बस्तर और जशपुर, सरगुजा, कोरबा से लेकर दुर्ग और राजनांदगांव तक सियासत गर्म हो गई। फिलहाल प्रदेश की 11 में से दस सीटों पर भाजपा का कब्जा है, लिहाजा सभी दसों सांसद की सांस सांसत में आ गई।
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टिकट का टशन अब पार्टी के प्रदेश प्रभारी अनिल जैन के एक बयान के बाद टेंशन में बदल गया। दिल्ली केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में भीतर क्या हो रहा है, इसके लिए राजधानी रायपुर से दिल्ली तक लाबिंग चल रही है। रायपुर में सांसद रमेश बैस के घर बुधवार शाम को एक गोपनीय बैठक बुलाई गई। लेकिन कोई सांसद पहुंचा नहीं। रायपुर में उनके बंगले जाने की बजाय चार सांसद दिल्ली के लिए उड़ गए।
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पार्टी के सभी सांसद फिलहाल ये कह रहे हैं कि पार्टी का जो भी फैसला होगा, वो सर्वमान्य होगा। कोई ये कह रहा है कि वे तो खुद ही नहीं लड़ना चाहते थे। और कोई ये भी कह रहा है कि अभी इंतजार कीजिए, फैसला हुआ कहां हैं। कुल मिलाकर ये बात साफ है कि सांसदों की टिकट काटकर भाजपा सभी सीटें अपनी झोली में डालने का सपना संजो रही है। लेकिन इस फैसले का असर क्या होगा, ये 23 मई को रिजल्ट आने के बाद पता चलेगा।