‘लापता लेडीज’ को ऑस्कर के लिए भारत की आधिकारिक प्रविष्टि के तौर पर चुना गया

‘लापता लेडीज’ को ऑस्कर के लिए भारत की आधिकारिक प्रविष्टि के तौर पर चुना गया

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  • Publish Date - September 23, 2024 / 04:37 PM IST,
    Updated On - September 23, 2024 / 04:37 PM IST

(तस्वीर के साथ)

चेन्नई, 23 सितंबर (भाषा) किरण राव की ‘लापता लेडीज’ को ऑस्कर पुरस्कार 2025 के लिए भारत की आधिकारिक प्रविष्टि के तौर पर चुना गया है। ‘फिल्म फेडरेशन ऑफ इंडिया’ ने सोमवार को यहां यह घोषणा की।

पितृसत्ता पर हल्के-फुल्के व्यंग्य से भरपूर इस हिंदी फिल्म को 29 फिल्मों में से चुना गया है जिनमें बॉलीवुड की हिट फिल्म ‘‘एनिमल’’, मलयालम की राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता ‘‘अट्टम’’ और कान फिल्म महोत्सव की विजेता ‘‘ऑल वी इमेजिन एज लाइट’’ शामिल हैं।

असमी फिल्म निर्देशक जाहनु बरुआ की अध्यक्षता वाली 13 सदस्यीय चयन समिति ने आमिर खान और किरण राव द्वारा निर्मित ‘‘लापता लेडीज’’ को एकेडमी अवॉर्ड्स में सर्वश्रेष्ठ अंतरराष्ट्रीय फिल्म श्रेणी के लिए ‘‘सर्वसम्मति’’ से चुना है।

इस श्रेणी में शामिल होने की दौड़ में 29 फिल्मों में हिंदी फिल्म ‘‘श्रीकांत’’, तमिल फिल्म ‘‘वाज़हाई’’ और ‘‘तंगलान’’ तथा मलयालम फिल्म ‘‘उल्लोझुक्कु’’ थीं।

मार्च में रिलीज हुई ‘‘लापता लेडीज’’ 2001 में ग्रामीण भारत में दो दुल्हनों की दिल छू लेने वाली कहानी है जिनकी एक ट्रेन यात्रा के दौरान अदला-बदली हो जाती है। फिल्म का निर्माण राव के किंडलिंग प्रोडक्शंस, आमिर खान प्रोडक्शंस और जियो स्टूडियोज ने किया है।

राव ने कहा कि वह ‘‘बेहद सम्मानित और खुश’’ महसूस कर रही हैं कि उनकी फिल्म 97वें एकेडमी अवॉर्ड्स में भारत का प्रतिनिधित्व करेगी।

उन्होंने कहा, ‘‘सिनेमा हमेशा दिलों को जोड़ने, सीमाओं को पार करने और सार्थक संवाद शुरू करने का एक शक्तिशाली माध्यम रहा है। मुझे उम्मीद है कि यह फिल्म भारत की तरह दुनिया भर के दर्शकों को पसंद आएगी।’’

फिल्म निर्देशक ने एक बयान में कहा, ‘‘मैं इस फिल्म पर भरोसा जताने वाली चयन समिति और हर व्यक्ति का हार्दिक आभार व्यक्त करता चाहती हूं। इस वर्ष ऐसी अद्भुत भारतीय फिल्मों में से चुना जाना वास्तव में एक बड़ा सौभाग्य है – जो इस सम्मान के लिए समान रूप से योग्य दावेदार हैं।’’

करीब 13 साल के अंतराल के बाद ‘लापता लेडीज’ के साथ निर्देशन की दुनिया में लौटीं राव ने कहा कि वह और उनकी टीम ‘‘बड़े उत्साह’’ के साथ इस यात्रा को आगे बढ़ाने के लिए उत्सुक हैं। राव ने मुंबई में विभिन्न वर्गों के लोगों पर केंद्रित 2010 में आयी फिल्म ‘‘धोबी घाट’’ से निर्देशन की दुनिया में कदम रखा था।

नितांशी गोयल, प्रतिभा रांटा और स्पर्श श्रीवास्तव की मुख्य भूमिकाओं के साथ ही फिल्म में रवि किशन, छाया कदम और गीता अग्रवाल शर्मा ने भी अभिनय किया है। इस हिंदी फिल्म को 2023 टोरंटो अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में दिखाया गया था।

रवि किशन ने इस उपलब्धि का श्रेय राव, खान, सह-कलाकारों और लेखकों को दिया है। अभिनेता एवं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद किशन ने इस फिल्म में दो दुल्हनों की अदला-बदली के मामले की जांच कर रहे पुलिस कर्मी का किरदार निभाया है।

किशन ने गोरखपुर में ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘मैंने कभी नहीं सोचा था कि यह फिल्म ऑस्कर में जाएगी। पूरी दुनिया ऑस्कर के मंच पर भारतीय समाज खासतौर से ग्रामीण भारत को देखेगी जिसमें देश की 80 फीसदी आबादी रहती है।’’

उन्होंने इस फिल्म को भारत की बेटियों को समर्पित करते हुए कहा, ‘‘वे देखेंगे कि भारत की बेटियां कैसे आगे बढ़ रही हैं। फिल्म यह खूबसूरत संदेश देती है कि कैसे इन बेटियों ने अपने ख्वाब नहीं छोड़े, चाहे वह आत्म-निर्भर बनने का हो या जैविक खेती करने का।’’

एक फिल्म के प्रीमियर के लिए अभी स्पेन में मौजूद छाया कदम के लिए यह साल दोहरी खुशी का है। मई में वह 2024 कान फिल्म महोत्सव में शामिल हुई थीं जहां पायल कपाड़िया के निर्देशन वाली उनकी फिल्म ‘‘ऑल वी इमेजिन एज लाइट’’ ग्रां प्री पुरस्कार जीतने वाली भारत की पहली फिल्म बनी।

कदम ने ‘‘लापता लेडीज’’ में चाय बेचने वाली एक तेजतर्रार महिला मंजू माई का किरदार निभाया है जिसके दिल में फिल्म की एक नायिका के लिए स्नेह छिपा होता है। कदम ने कहा कि उन्होंने अनुमान जताया था कि इस फिल्म को एकेडमी अवॉर्ड्स में भारत की आधिकारिक प्रविष्टि के रूप में चुना जाएगा।

उन्होंने फोन पर ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘यह खुशी केवल मेरी नहीं है बल्कि यह भारतीय सिनेमा की खुशी है। मुझे उम्मीद थी कि ऐसा कुछ होगा और मुझे बहुत अच्छा लग रहा है कि असल में ऐसा हुआ है। मैंने मराठी में किरण को एक संदेश भेजते हुए कहा था कि ‘हम ऑस्कर में जाएंगे।’ और आज जब यह खबर आयी तो मैंने उन्हें फोन किया और कहा, ‘मैंने आपसे कहा था न।’’’

तमिल फिल्म ‘‘महाराजा’’, तेलुगु फिल्म ‘‘कल्की 2898 एडी’’ और ‘‘हनु-मान’’ के साथ ही हिंदी फिल्म ‘‘स्वातंत्र्य वीर सावरकर’’ और ‘‘आर्टिकल 370’’ भी 29 फिल्मों की उस सूची का हिस्सा थीं जिनमें से लापता लेडीज को चुना गया।

आमिर खान अभिनीत 2002 में आयी फिल्म ‘‘लगान’’ के बाद से कोई भी भारतीय फिल्म ऑस्कर में सर्वश्रेष्ठ अंतरराष्ट्रीय फीचर फिल्म के लिए नामांकित नहीं हुई है। पहले केवल दो अन्य फिल्मों ने अंतिम पांच में जगह बनायी थी और वे नरगिस अभिनीत ‘‘मदर इंडिया’’ और मीरा नायर की ‘‘सलाम बॉम्बे’’ हैं।

पिछले साल ऑस्कर के लिए मलयालम सुपरहिट फिल्म ‘‘2018: एवरीवन इज ए हीरो’’ को भारत की आधिकारिक प्रविष्टि के तौर पर भेजा गया था।

भाषा

गोला माधव

माधव