नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। यहां अंध विश्वास और शक्तिशाली होने की ललक में एक नाबालिग ने दो साल के बच्चे की बेरहमी से हत्या कर दी। सुनकर हैरानी होगी की इस किशोर ने महज 2 साल के बच्चे को पहले अगवा किया, फिर उसका खून पीया और फिर पत्थर से मार-मारकर उसे मौत के घाट उतार दिया। हालांकि पुलिस ने आनंद पर्वत केस को सुलझाते हुए 17 साल के किशोर को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस ने बताया कि आरोपी ने उन्हें बताया कि अपराध को अंजाम देने के समय वह अलौकिक शक्तियों के प्रभाव में था। पुलिस के मुताबिक, मासूम बच्चा 21 जुलाई की सुबह एक खाली पड़े शौचालय में मृत मिला था। वह घटना से एक दिन पहले शाम को लापता हो गया था। पुलिस ने बताया कि पूछताछ के दौरान लड़के ने अपना जुर्म कबूल किया है। डीसीपी ने बताया कि उसकी निशानदेही पर, घटना के समय पीड़िता ने जो चूड़ियां पहनी थीं, उन्हें बरामद किया गया।
डिप्टी पुलिस कमिश्नर हर्षवर्धन ने बताया कि आरोपी को पश्चिमी दिल्ली के जखीरा से पकड़ा गया। जांच के दौरान पुलिस ने बताया कि इलाके के कई सीसीटीवी फुटेज चेक किए गए और इलाके में गुप्त मुखबिरों को तैनात किया गया। 26 जुलाई को सीसीटीवी फुटेज की जांच करते समय एक नाबालिग संदिग्ध की पहचान हुई। इसके बाद टीम ने सीसीटीवी फुटेज के जरिए आरोपी की हरकत का पता लगाया और रात करीब 9 बजे नाबालिग को जखीरा फ्लाईओवर से गिरफ्तार किया गया।
पीड़ित बच्चे के परिवार ने आरोप लगाया कि उसके पेट पर चोट के दो निशान थे, जो काटने के जैसे लग रहे थे। चेहरे पर भी मुंह और माथे के आसपास कुछ निशान थे।वहीं, मासूम के शव का वीडियो देख उशके पिता ने बताया कि बच्चे के पेट के दाहिने हिस्से पर दो चोटें थीं। उन्होंने कहा, ‘उसके माथे के बीच में एक लाल निशान था, जिससे हमें लगा कि जिसने भी उसका अपहरण किया है, उसने किसी तांत्रिक क्रिया के लिए ऐसा किया है और उसकी बलि दी है।
पीड़ित की मौसी ने बताया कि आरोपी पुलिस स्टेशन में ऐसे बयान दे रहा था, जिससे उन्हें विश्वास हो गया कि उनका ‘शक सही था। मौसी ने बताया, कि आरोपी कह रहा था उसके आका (गुरु) ने उसे सात बच्चों की बलि देने का आदेश दिया था और यह पहला था। बाबा ने उससे वादा किया था कि वह यदि ऐसा करेगा तो इससे उसकी शक्ति बहुत बढ़ जाएगी। इसलिए उसने बच्चे का अपहरण किया, उसे झाड़ियों में ले गया, जहां उसने उसे दांतों से काटा और उसका खून पीया। इसके बाद बच्चे को खाली पड़े शौचालय में ले गया और उसने उसे पत्थर से मार-मारकर मौत के घाट उतार दिया।