जयपुर, नौ दिसंबर (भाषा) केन्द्रीय खान एवं कोयला मंत्री जी. किशन रेड्डी ने सोमवार को कहा कि देश की अर्थव्यवस्था को पांच लाख करोड़ डॉलर बनाने में खनन क्षेत्र की अहम भूमिका है।
रेड्डी ने यह भी कहा कि केंद्र सरकार आत्मनिर्भर भारत की यात्रा में निजी क्षेत्र को भी भागीदार बनाना चाहती है इसलिए सरकार ने खनिज क्षेत्र में सुधार करते हुए पारदर्शिता और सतत खनन पर जोर दिया है।
रेड्डी सोमवार को राइजिंग राजस्थान वैश्विक निवेश शिखर सम्मेलन में खनन क्षेत्र पर आयोजित ‘स्टेनेबल माइनिंग सेफगार्ड फ्यूचर’ सत्र को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि देश में खनिज खोज कार्य में निजी क्षेत्र की भी भागीदारी तय होने से अहम खनिज के खोज व खनन में तेजी आएगी और विदेशों पर निर्भरता कम की जा सकेगी।
रेड्डी ने कहा कि रोजगार के नये अवसर विकसित करने तथा देश की अर्थव्यवस्था में खनन क्षेत्र की हिस्सेदारी बढ़ाने के लिए सरकार के साथ ही उद्यमियों को भी लक्ष्य लेकर आगे बढ़ना होगा।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि राजस्थान में खनन के क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘क्षेत्रफल के मामले में देश का सबसे बड़ा राज्य होने के साथ ही राजस्थान खनिज उत्पादन में भी अग्रणी है। यहां 82 तरह के खनिजों के भंडार हैं, जिनमें से 58 खनिजों का व्यावसायिक स्तर पर खनन किया जा रहा है।’’
उन्होंने कहा कि राजस्थान की मिट्टी सोना, लौह अयस्क, कच्चा तेल और प्राकृतिक पत्थर जैसे अनमोल खनिजों से भरी हुई है।
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘राजस्थान के मार्बल, ग्रेनाइट और अन्य भवन निर्माण सामग्री की पूरी दुनिया में मांग है। नए संसद भवन और राम मंदिर जैसी ऐतिहासिक इमारतों में हमारे यहां के पत्थरों का उपयोग होना हमारे लिए गौरव की बात है।’’
भाषा कुंज खारी
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