भुवनेश्वर, 21 जनवरी (भाषा) सुभद्रा योजना के तहत धन की पहली किस्त के चौथे चरण को जारी करने से पहले ओडिशा की उपमुख्यमंत्री प्रवती परिदा ने मंगलवार को राज्य से बाहर रह रही प्रवासी महिलाओं से योजना का लाभ उठाने के लिए इसमें पंजीकरण कराने का आग्रह किया।
ओडिशा के महिला एवं बाल विकास विभाग की भी जिम्मेदारी संभाल रहीं परीदा ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘विभिन्न जिलों में समीक्षा बैठकों के दौरान पाया गया कि ओडिशा से बाहर प्रवास कर चुकीं कई पात्र महिला लाभार्थियों ने सुभद्रा योजना में पंजीकरण नहीं कराया है। मैं उनसे अनुरोध करती हूं कि वे लाभ प्राप्त करने के लिए आवेदन करें।’’
उन्होंने कहा कि प्रवासी महिलाएं सुभद्रा पोर्टल या साझा सेवा केंद्र (सीएससी) के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन कर सकती हैं, लेकिन सत्यापन और बायोमेट्रिक प्रक्रिया के लिए उन्हें राज्य में मौजूद होना चाहिए।
परिदा ने कहा कि अगर प्रवासी महिलाएं अभी आवेदन करती हैं, तो उन्हें पहली किस्त के चौथे या अंतिम चरण में लाभ मिल सकता है।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने घोषणा की है कि अंतिम लाभार्थी के पंजीकरण तक पंजीकरण खुला रहेगा। उन्होंने कहा कि अंतिम चरण में लगभग 20 लाख महिलाओं को इस योजना से लाभ मिलने की उम्मीद है।
उपमुख्यमंत्री ने योजना के तहत पंजीकरण के दौरान ‘अपने ग्राहक को जानें’ (केवाईसी) प्रक्रियाओं के महत्व पर जोर दिया, जो कि 17 सितंबर, 2024 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा शुरू की गई राज्य की प्रमुख महिला सशक्तिकरण पहल है।
इस योजना से ओडिशा में एक करोड़ से अधिक महिलाओं को लाभ मिलने की उम्मीद है, जिसका लक्ष्य 21 से 60 वर्ष की आयु की महिलाएं हैं। सुभद्रा योजना के तहत पात्र महिलाओं को पांच वर्षों में 50,000 रुपये से अधिक मिलेंगे। वित्तीय वर्ष 2024-25 से लाभार्थियों को सालाना 10,000 रुपये मिलेंगे, जो उनके आधार से जुड़े बैंक खातों में दो बराबर किस्तों में जमा किए जाएंगे।
योजना के प्रावधानों के अनुसार, सहायता वर्ष में दो बार वितरित की जाएगी – अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस (8 मार्च) और रक्षा बंधन (अगस्त) पर। तीसरे चरण के अंत तक, लगभग 80 लाख महिलाओं को सुभद्रा योजना में पंजीकृत किया गया था और उन्हें योजना के तहत लाभ मिला।
भाषा अमित दिलीप
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