महबूबा ने राशिद की पार्टी पर साधा निशाना, कहा: केवल पीडीपी जेल में बंद युवाओं की बात करती है

महबूबा ने राशिद की पार्टी पर साधा निशाना, कहा: केवल पीडीपी जेल में बंद युवाओं की बात करती है

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  • Publish Date - September 10, 2024 / 10:37 PM IST,
    Updated On - September 10, 2024 / 10:37 PM IST

श्रीनगर, 10 सितंबर (भाषा) पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने मंगलवार को कहा कि केवल उनकी ही पार्टी कश्मीर मुद्दे के समाधान की पैरवी करती है और ‘जेलों में निरूद्ध’ युवकों की बात करती हैं।

उन्होंने जेल में बंद बारामुला के सांसद इंजीनियर राशिद की आवामी इत्तेहाद पार्टी (एआईपी) पर निशाना साधते हुए कहा कि जेल में बंद एक व्यक्ति चुनाव लड़ रहा है, जबकि गरीब व्यक्ति के परिवार को जेल में बंद अपने परिजनों से मिलने की अनुमति नहीं है।

दिल्ली की एक अदालत ने राशिद को आतंकवाद वित्त पोषण के एक मामले में मंगलवार को दो अक्टूबर तक के लिए जमानत दी ताकि वह जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव में प्रचार कर पायें।

महबूबा मुफ्ती ने दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले में संवाददाताओं से कहा, ‘‘पीडीपी ही एकमात्र ऐसी पार्टी है जो कश्मीर मुद्दे के समाधान की बात करती है, जो जेलों में बंद जम्मू-कश्मीर के युवाओं की बात करती है, जो जम्मू-कश्मीर में हो रहे अत्याचार की बात करती है। अन्य पार्टियां इससे चिंतित हैं और उनके पास लोगों से माफी मांगने के अलावा कोई दूसरा विकल्प नहीं है।’’

रविवार को दक्षिण कश्मीर के सोपियां विधानसभा क्षेत्र के पीडीपी प्रत्याशी यावर शाफी बांदेय शोपियां के बालपुरा में एआईपी कार्यकर्ताओं के कथित हमले में घायल हो गये।

हमले के बाद मुफ्ती ने एआईपी पर भाजपा का छद्म संगठन होने का आरोप लगाया।

प्रतिबंधित जमात-ए-इस्लामी (जेईआई) के कुछ पूर्व सदस्यों के विधानसभा चुनाव लड़ने पर पीडीपी अध्यक्ष ने कहा कि सरकार की कार्रवाई के कारण ‘‘असली जेईआई को नुकसान उठाना पड़ रहा है।’’

उन्होंने कहा,‘‘उनके स्कूल बंद कर दिए गए, उनके बगान पर कब्जा कर लिया गया, उन पर प्रतिबंध लगा दिया गया, उनकी पार्टी को उसी तरह से तोड़ा जा रहा है, जैसे पीडीपी को तोड़ा गया था।’’

उन्होंने कहा,‘‘एक व्यक्ति खड़ा होकर कहता है कि वह जेईआई का उम्मीदवार है, दूसरा कहता है कि वह उम्मीदवार है, लेकिन असली जेईआई को नुकसान उठाना पड़ रहा है, वह जेलों में है। एनआईए, ईडी उनके पीछे पड़ी है, सभी एजेंसियां ​​उनके पीछे पड़ी हैं।’’

महबूबा ने कहा कि यदि सरकार चाहती है कि जमात -ए- इस्लामी लोकतंत्र को गले लगाए तो उसे इस संगठन पर से हस्तक्षेप हटाना चाहिए।

भाषा

राजकुमार पवनेश

पवनेश