शिलॉन्ग, 27 दिसंबर (भाषा) मेघालय पुलिस ने ईस्ट खासी हिल्स जिले में एक गिरजाघर में जबरन घुसकर, वहां ‘जय श्रीराम’ का नारा लगाकर लोगों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के आरोप में एक व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज किया है। एक अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
अधिकारी ने बताया कि व्यक्ति बृहस्पतिवार को मावलिननॉन्ग गांव के गिरजाघर में घुस गया और ‘जय श्रीराम’ का नारा लगाते हुए इसका वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया।
मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड के. संगमा ने इस कृत्य की निंदा की है और कहा कि इस मामले में प्रशासनिक कानूनी प्रक्रियाएं जारी हैं, जिसमें एक व्यक्ति ने लोगों के शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व को बिगाड़ने का प्रयास किया।
मुख्यमंत्री ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘यह कृत्य जानबूझकर किया गया प्रतीत होता है। हम राज्य सरकार के तौर पर किसी को भी सामाजिक, धार्मिक और सांप्रदायिक विद्वेष पैदा करने से रोकने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। कानूनी कार्रवाई जारी है।’’
ईस्ट खासी हिल्स के पुलिस अधीक्षक (एसपी) सिल्वेस्टर नॉन्गटिंगर ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘इस संबंध में शिकायत दर्ज होने के बाद हमने इंस्टाग्राम पर आकाश सागर नामक व्यक्ति के खिलाफ पिनुरसला थाने में मामला दर्ज किया है।’’
उन्होंने कहा कि जांच जारी है और दोषी को पकड़ने के प्रयास किए जा रहे हैं।
सामाजिक कार्यकर्ता एंजेला रंगद ने बृहस्पतिवार को पुलिस में शिकायत दर्ज कराकर व्यक्ति के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की।
उन्होंने कहा, ‘‘सागर ने जानबूझकर और पूर्व नियोजित तरीके से अतिक्रमण किया एवं गैर-ईसाई गीत गाए, नारे लगाए। यह कृत्य जानबूझकर सांप्रदायिक विद्वेष पैदा करने, धार्मिक स्वतंत्रता के सभी संवैधानिक अधिकारों का उल्लंघन करते हुए अल्पसंख्यक संस्कृति का अपमान करने के इरादे से किया गया प्रतीत होता है।’’
राज्य के एक प्रभावशाली हिंदू संगठन ‘सेंट्रल पूजा कमेटी’ (सीपीसी) ने इस कृत्य की निंदा की है।
सीपीसी अध्यक्ष नब भट्टाचार्य ने कहा, ‘‘हमें सोशल मीडिया पर प्रसारित एक वीडियो को देखकर दुख हुआ। यह घटना इस शांतिप्रिय राज्य में सभी की धार्मिक भावनाओं को आहत करती है। हम आरोपी व्यक्ति के कृत्य की निंदा करते हैं और पुलिस से आरोपी के खिलाफ कानून के अनुसार सख्त कार्रवाई करने का आग्रह करते हैं।’’
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की मेघालय इकाई के मुख्य प्रवक्ता एम. खारकरांग ने कहा, ‘‘ऐसी मूर्खतापूर्ण हरकतों के खिलाफ उचित उपाय किए जाने चाहिए और आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि ऐसे शरारती कृत्य करने वालों को उचित सजा मिले।’’
मेघालय पुलिस ने होटलों, ‘होमस्टे’ (घर पर आतिथ्य की सुविधा) और टूर ऑपरेटर से कहा है कि अगर उनके पास आकाश सागर के बारे में कोई जानकारी है तो वे पुलिस को इसकी सूचना दें।
भाषा सुरभि नरेश
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