MBBS student wants to marry Baba Bageshwar

बाबा बागेश्वर से शादी की जिद, परिवार समेत MBBS की छात्रा ने शुरू की पदयात्रा, जानें कौन है ये बाबा की दीवानी

Edited By :   Modified Date:  June 5, 2023 / 03:17 PM IST, Published Date : June 5, 2023/3:17 pm IST

उत्तराखंड: बागेश्वर धाम सरकार के पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री इन दिनों खास सुर्खियों में हैं। उनके हर कार्यक्रम लाखों लोगों की भीड़ लगती है। देश के साथ ही विदेशों में भी उनके भक्त मौजूद हैं। अब लड़कियों में भी पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का क्रेज देखने को मिल रहा है। इसी कड़ी में एक एमबीबीएस की छात्रा ने बाबा से शादी करने इच्छा जाहिर की है। (MBBS student wants to marry Baba Bageshwar) छात्रा ने अपनी इच्छा पूर्ति के लिए गंगोत्री धाम से सिर पर गंगाजल लेकर बागेश्वर धाम के लिए पदयात्रा शुरू कर दी है। छात्रा के पिता और भाई भी उसके साथ पदयात्रा कर रहे हैं।

क्या आम खाने से वजह होता है कम? सही तरीका जान आप भी रह जाएंगे हैरान

दरअसल, बाबा धीरेंद्र शास्त्री से विवाह की कामना लेकर आ रही एमबीबीएस छात्रा शिवरंजनी तिवारी हैं। वह धीरेंद्र शास्त्री ये विवाह करना चाहती हैं। शिवरंजनी ने पदयात्रा शुरू करते हुए चित्रकूट स्थित संतोष अखाड़ा पहुंचकर साधू संतों का आशीर्वाद लिया। उन्होंने यहां भजन आरती भी की और आगे का पथ तय करने के लिए चल पड़ी हैं।

धीरेंद्र शास्त्री से करना चाहती हैं मनोकामना

शिवरंजीन तिवारी सिर पर गंगाजल का कलश लेकर पद यात्रा करते हुए चित्रकुट से बागेश्वर धाम के लिए निकल चुकी हैं। उन्होंने कहा कि​ मैं बाबा धीरेंद्र शास्त्री के पास जा रही हूं। हालांकि उन्होंने शादी को बात खुलकर नहीं की,(MBBS student wants to marry Baba Bageshwar) लेकिन बातों में उन्होंने कहा कि मैंने धीरेंद्र शास्त्री को अपना प्राणनाथ मान लिया है। मनोकामना पूर्ति के लिए बागेश्वर धाम जा रही हूं।

Wrestlers Protest : पहलवानों को लगा बड़ा झटका, साक्षी मलिक और बजरंग पुनिया ने खुद को आंदोलन से किया अलग, हैरान करने वाली है वजह

धीरेंद्र शास्त्री के सामने रखेंगी अपनी इच्छा

शिवरंजनी का कहना है कि वह 16 तारीख को बागेश्वर धाम पहुंचेगी। यहां पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के समक्ष की अपने मन की बात रखेंगी। उन्होंने कहा कि सभी को उसी दिन पता चल जाएगा कि मैं ये पदयात्रा क्यों कर रही हूं। पदयात्रा में शिवरंजनी अकेले नहीं हैं। उनके साथ उनके पिता और भाई भी शामिल है। पहले पिता और भाई के आशीर्वाद के बाद ही छात्रा ने यात्रा शुरू की है।