मुंबई हमले के बाद पाकिस्तान पर सख्त एक्शन नहीं लेना मनमोहन सरकार की कमजोरी, मनीष तिवारी ने अपनी ही पार्टी पर खड़े किए सवाल

Manish Tewari raised questions on his own party

  •  
  • Publish Date - November 23, 2021 / 02:57 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 07:51 PM IST

नई दिल्ली। पूर्व केंद्रीय मंत्री और आनंद पुर साहिब से कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने अपनी ही पार्टी पर निशाना साधा है।  उन्होंने अपनी किताब में मुंबई हमले के दौरान तत्कालीन मनमोहन सिंह सरकार का आलोचना की है। तिवारी ने लिखा है कि 26/11 हमले के बाद भारत की पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कार्रवाई किया जाना चाहिए था।

पढ़ें- ओलंपिक पदक विजेता पीवी सिंधू लड़ेंगी ये चुनाव..

तिवारी की किताब ’10 Flash Points, 20 Years’ में तिवारी ने पिछले 20 वर्षों के दौरान भारत ने जिन प्रमुख राष्ट्रीय चुनौतियों का सामना किया है, उसके बारे में जिक्र है।

पढ़ें- राजधानी के सेंट्रल पार्क में हादसा, रेलिंग में फैली करंट की चपेट में आई 12 साल की लड़की की मौत

तिवारी ने किताब में लिखा है कि अगर किसी देश (पाकिस्तान) को निर्दोष लोगों की हत्या का कोई अफसोस नहीं है तो संयम ताकत की नहीं बल्कि कमजोरी की निशानी है। किताब में उन्होंने मुंबई हमले की तुलना 9/11 से किया है। उन्होंने लिखा है कि भारत को इस घटना पर मुंहतोड़ जवाब देना चाहिए।

पढ़ें- पातालपानी रेलवे स्टेशन अब टंट्या भील रेलवे स्टेशन के नाम से जाना जाएगा, बदला गया नाम

तिवारी की किताब को लेकर भाजपा ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा है। बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कहा कि सारा देश कांग्रेस सरकार की इस सच्चाई को जानता था। इस किताब से यह साबित हो गया है कि यूपीए सरकार ने राष्ट्रीय सुरक्षा को दांव पर लगा दिया था और उसे राष्ट्रीय सुरक्षा के मसले पर भारत की अखंडता को लेकर कोई चिंता नहीं थी।

पढ़ें- 25 नवंबर से ऊर्जा साक्षरता अभियान, राजस्व प्रकरण के निपटारे के लिए सायबर तहसील,यहां बनेंगे 500 मेगावॉट के पावर प्लांट, शिवराज कैबिनेट के अहम फैसले

बीजेपी ने आरोप लगाया कि पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की बजाय उस समय की कांग्रेस सरकार बीजेपी के खिलाफ राजनीति करते हुए हिंदू आतंकवाद की थ्योरी को साबित करने में जुटी हुई थी।