इम्फाल: लगभग साल भर से हिंसा की आग में झुलस रहे मणिपुर में हालात सामान्य होने का नाम नहीं ले रही हैं। बीते गुरूवार की रात एक बार फि से मणिपुर के चुराचांदपुर में गुस्साई भीड़ ने सरकारी और पुलिस के दफ्तरों को अपना निशाना बनाया। पुलिस पर हुए हमले के बाद हुई जवाबी कार्रवाई में दो लोगों की मौत हो गई हैं जबकि 47 अन्य गंभीर तौर पर घायल बताये जा रहे हैं। पुलिस ने इस बारें में मीडिया से भी बात की हैं। हालाँकि मणिपुर पुलिस ने ताजा हिंसा में मारे गए लोगों की संख्या पर टिप्पणी नहीं की है।
फिलहाल इलाके में इंटरनेट सेवा को निलबित कर दिया गया हैं। इस हिंसा की वजह एक कुकी समुदाय के कॉन्स्टेबल के निलंबन को बताई जा रही हैं। हथियार के साथ सोशल मीडिया पर वीडियों सामने आने के बाद पुलिसकर्मी को अनुशासनहीनता के आरोप में निलंबित कर दिया गया था। इसे ही लेकर समुदाय नाराज हो उठा और उन्होंने सरकारी दफ्तरों पर धावा बोल दिया।
चुराचांदपुर में इंटरनेट सेवाओं पर रोक लगाने संबंधी आदेश पर संयुक्त सचिव (गृह) मायेंगबाम वीटो सिंह ने कहा, ‘असामाजिक तत्व सोशल मीडिया का उपयोग जनता की भावनाएं भड़काने के लिए कर सकते हैं और कानून-व्यवस्था की स्थिति को प्रभावित कर सकते हैं। जीवन की हानि, सार्वजनिक/निजी संपत्ति को नुकसान और सार्वजनिक शांति और सांप्रदायिक सद्भाव में व्यापक गड़बड़ी के आसन्न खतरे को देखते हुए इंटरनेट सेवाओं पर अस्थायी प्रतिबंध लागू किया गया है।’