मणिपुर के जिरिबाम में सुरक्षा बलों के साथ झड़प के दौरान गोलीबारी में एक प्रदर्शनकारी की मौत

मणिपुर के जिरिबाम में सुरक्षा बलों के साथ झड़प के दौरान गोलीबारी में एक प्रदर्शनकारी की मौत

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  • Publish Date - November 18, 2024 / 02:03 PM IST,
    Updated On - November 18, 2024 / 02:03 PM IST

इंफाल, 18 नवंबर (भाषा) मणिपुर के जिरिबाम जिले में संपत्ति को नुकसान पहुंचा रही भीड़ और सुरक्षा बलों के बीच झड़प के दौरान गोलीबारी में एक प्रदर्शनकारी की मौत हो गई। पुलिस ने सोमवार को यह जानकारी दी।

पुलिस ने गोलीबारी में एक व्यक्ति की मौत हो जाने की पुष्टि की है। लेकिन पुलिस ने यह साफ नहीं किया कि गोलीबारी किसने की, जबकि प्रत्यक्षदर्शियों ने सुरक्षा बलों की ओर से गोलीबारी किए जाने का दावा किया है।

यह घटना रविवार देर रात उस समय हुई जब उग्रवादियों द्वारा अपहृत महिलाओं और बच्चों की हत्या के विरोध में प्रदर्शनकारी जिरीबाम थाना क्षेत्र के बाबूपारा में संपत्ति को नुकसान पहुंचा रहे थे।

पुलिस के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘गोलीबारी में एक व्यक्ति की मौत हो गई… यह तुरंत स्पष्ट नहीं हो पाया है कि गोली किसने चलाई।’’

उन्होंने बताया कि मृतक की पहचान के. अथौबा (20) के रूप में हुई है।

प्रदर्शनकारियों के एक समूह ने कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कार्यालयों और जिरिबाम के निर्दलीय विधायक के घर में तोड़फोड़ की। अधिकारियों ने बताया कि वे इमारतों से सामान, कागज आदि बाहर ले आए और वहीं सामने उनमें आग लगा दी।

इससे पहले रविवार को जिरिबाम कस्बे के समीप एक अन्य व्यक्ति का शव मिला था, जिसकी पहचान अभी नहीं हो पाई है और उसे जिला अस्पताल में रखा गया है।

इंफाल घाटी में प्रदर्शनकारियों द्वारा कई मंत्रियों और विधायकों की संपत्तियों में तोड़फोड़ और आगजनी किए जाने के बाद कर्फ्यू लागू है तथा इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गई हैं।

मणिपुर में कुल 60 विधानसभा क्षेत्र हैं और इसमें से सात विधायकों वाली नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) ने रविवार को भाजपा नीत सरकार से समर्थन वापस ले लिया और दावा किया कि एन बीरेन सिंह सरकार पूर्वोत्तर राज्य में ‘‘संकट को हल करने और सामान्य स्थिति बहाल करने में पूरी तरह विफल रही है।’’

हालांकि, समर्थन वापसी से भाजपा सरकार पर कोई असर नहीं पड़ेगा, क्योंकि उसके पास 32 विधायकों के साथ बहुमत है।

जिरिबाम में सोमवार को विस्थापितों के लिए बने शिविर से छह लोगों के लापता होने के बाद विरोध प्रदर्शनों की एक नई लहर देखी गई है। इसके बाद सशस्त्र लोगों और सुरक्षा बलों के बीच गोलीबारी हुई, जिसमें 10 कुकी युवकों की मौत हो गई। उसे नगा पीपल्स फ्रंट (एनपीएफ) के पांच विधायकों और जद(यू) के छह विधायकों का भी समर्थन है।

रविवार को दो व्यक्तियों के शव असम के कछार जिले में बराक नदी में तैरते हुए पाए गए। माना जा रहा है कि ये शव जिरिबाम से लापता छह लोगों में से दो के हैं।

तीन लोगों के शव दो दिन पहले जिरिबाम में जिरी नदी में तैरते हुए पाए गए थे। समझा जाता है कि ये तीन शव लापता छह लोगों से ही तीन लोगों के हैं।

अधिकारियों ने बताया कि रविवार को इंफाल घाटी में भाजपा के एक विधायक के पैतृक घर और जिरिबाम के निर्दलीय विधायक अशब उद्दीन के स्वामित्व वाली एक इमारत में भी तोड़फोड़ की गई।

भाषा यासिर मनीषा

मनीषा