इंफाल/सिलचर, 21 नवंबर (भाषा) मणिपुर के जिरीबाम जिले से लापता छह लोगों के शवों का पोस्टमार्टम पूरा होने के बाद भी ये शव असम के सिलचर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (एसएमसीएच) के मुर्दाघर में पड़े हुए हैं, क्योंकि उनके परिवार के सदस्य उन्हें अंतिम संस्कार के लिए ले जाने को इच्छुक नहीं हैं। सूत्रों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।
इसबीच, अधिकारियों ने बताया कि हत्या के जवाब में जिरीबाम में गठित की गई संयुक्त कार्रवाई समिति ने शवों को अंतिम संस्कार के लिए असम के सिलचर से मणिपुर स्थित उनके पैतृक गांवों में वापस लाने का निर्णय लिया है।
इससे पहले सूत्रों ने बताया था कि छठा शव सोमवार को असम के कछार जिले में बराक नदी से बरामद किया गया था, जिसके बाद एसएमसीएच में उसका पोस्टमार्टम किया गया।
इस घटनाक्रम से जुड़े एक सूत्र ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘सभी छह शवों का पोस्टमार्टम एसएमसीएच में हो चुका है। संबंधित चिकित्सकों ने रिपोर्ट भी तैयार कर ली है।’’
हालांकि, अधिकारी ने कहा कि इस बात की पुष्टि नहीं सकी है कि शवों को अंतिम संस्कार के लिए उनके परिजनों को सौंपने के वास्ते मणिपुर कब ले जाया जाएगा।
मणिपुर के जिरीबाम जिले में 11 नवंबर को सुरक्षाबलों और उग्रवादियों के बीच मुठभेड़ हुई थी, जिसमें 10 उग्रवादी मारे गए थे। मुठभेड़ के कुछ घंटे बाद राहत शिविर में रहने वाली तीन महिलाएं और तीन बच्चे लापता हो गए थे।
इनमें से दो महिलाओं और एक बच्चे का शव असम के कछार जिले में बराक नदी से शनिवार को बरामद किया गया था, जबकि एक महिला एवं दो बच्चों के शव शुक्रवार रात जिरीबाम में जिरी नदी से मिले थे। आरोप है कि उग्रवादियों ने अपहरण के बाद इन लोगों की हत्या कर दी।
मेइती और कुकी समुदायों के बीच जातीय हिंसा में पिछले साल मई से अब तक 220 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं।
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यासिर सुभाष
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