नयी दिल्ली, नौ दिसंबर (भाषा) विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) की मणिपुर की पार्टियों ने सोमवार को यहां विरोध प्रदर्शन किया और कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को इस हिंसा प्रभावित राज्य का दौरा करना चाहिए और गृह मंत्री अमित शाह को ‘‘नैतिक आधार’’ पर इस्तीफा देना चाहिए।
इन दलों ने यहां जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन किया।
इस विरोध प्रदर्शन में कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश, लोकसभा में कांग्रेस के उप नेता गौरव गोगोई और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के महासचिव डी राजा सहित कई विपक्षी नेताओं ने भाग लिया।
रमेश ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘राज्य में अशांति, निरंतर कर्फ्यू, इंटरनेट प्रतिबंध, सभी वस्तुओं की उच्च कीमतें, दवाओं की अनुपलब्धता, निरंतर हिंसा, राजमार्गों की नाकेबंदी, बढ़ती जबरन वसूली, सभी प्रकार की हिंसक धमकियां और गड़बड़ी, पूरी अराजकता ही अराजकता है।’’
उन्होंने आरोप लगाया कि जीवन और संपत्ति के अधिकार का पूरी तरह उल्लंघन हुआ है।
रमेश ने कहा कि ‘इंडिया’ गठबंधन-मणिपुर ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से अपनी मांगों पर जोर देने का संकल्प लिया है।
उनके मुताबिक, इन दलों की यह प्रमुख मांग है कि प्रधानमंत्री मणिपुर में शांति और सामान्य स्थिति की त्वरित बहाली के लिए मणिपुर का तत्काल दौरा करें।
कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘केंद्रीय गृह मंत्री को पिछले 19 महीनों से मणिपुर में वर्तमान हिंसा से निपटने में उनकी विफलता के लिए नैतिक आधार पर तुरंत इस्तीफा देना चाहिए।’’
उनका कहना था कि मणुपिर के विपक्षी दलों की मांग यह भी है कि मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह को हटाया जाना चाहिए।
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