मणिपुर: भाजपा के सहयोगी एनपीएफ ने नगा बहुल इलाकों में सीमा पर बाड़ लगाने का विरोध किया

मणिपुर: भाजपा के सहयोगी एनपीएफ ने नगा बहुल इलाकों में सीमा पर बाड़ लगाने का विरोध किया

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  • Publish Date - October 23, 2024 / 10:25 PM IST,
    Updated On - October 23, 2024 / 10:25 PM IST

इंफाल, 23 अक्टूबर (भाषा) मणिपुर में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सहयोगी नगा पीपुल्स फ्रंट (एनपीएफ) ने कहा कि वह प्रदेश के नगा बहुल इलाकों में भारत-म्यांमा सीमा पर बाड़ लगाने के प्रस्ताव के खिलाफ है।

एनपीएफ संघर्षग्रस्त राज्य में भाजपा नीत सरकार का हिस्सा है।

एनपीएफ के महासचिव होनरेइखुई काशुंग ने बुधवार को एक बयान में कहा कि पार्टी नगा बहुल इलाकों में ‘पारंपरिक सीमाओं को सही किए बिना’ सीमा पर बाड़ लगाने का विरोध करती है।

सुरक्षा मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति ने भारत और म्यांमा के बीच 1,643 किलोमीटर लंबी अंतरराष्ट्रीय सीमा पर 31,000 करोड़ रुपये की लागत से बाड़ लगाने और सड़कों के निर्माण को मंजूरी दी है।

मोरेह के पास लगभग 10 किलोमीटर की बाड़ लगाने का काम पहले ही पूरा हो चुका है और मणिपुर के अन्य इलाकों में सीमा के 21 किलोमीटर हिस्से पर बाड़ लगाने का काम फिलहाल जारी है।

केंद्र सरकार पहले ही भारत-म्यांमा मुक्त आवागमन व्यवस्था (एफएमआर) को खत्म कर चुकी है। इस व्यवस्था के तहत सीमा के करीब रहने वाले लोगों को बिना किसी दस्तावेज के एक-दूसरे के इलाके में 16 किलोमीटर तक जाने की अनुमति थी।

इसे भारत की ‘एक्ट ईस्ट’ नीति के तहत 2018 में लागू किया गया था। भारत-म्यांमा सीमा मणिपुर, मिजोरम, नगालैंड और अरुणाचल प्रदेश से होकर गुजरती है।

भाषा जितेंद्र संतोष

संतोष