मणिपुर: उग्रवादी संगठन के 18 घंटे के बंद से सामान्य जनजीवन प्रभावित

मणिपुर: उग्रवादी संगठन के 18 घंटे के बंद से सामान्य जनजीवन प्रभावित

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  • Publish Date - September 21, 2024 / 12:17 PM IST,
    Updated On - September 21, 2024 / 12:17 PM IST

इंफाल, 21 सितंबर (भाषा) मणिपुर में उग्रवादी संगठन द्वारा आहूत 18 घंटे के बंद से इंफाल घाटी के जिलों में सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

अधिकारियों ने बताया कि प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन ‘नेशनल रिवोल्यूशनरी फ्रंट ऑफ मणिपुर’ (एनआरएफएम) द्वारा आहूत बंद के कारण घाटी के पांच जिलों में बाजार, दुकानें और बैंक बंद रहे तथा सार्वजनिक परिवहन के वाहन सड़कों से नदारद रहे।

उन्होंने बताया कि सड़कों पर कुछ निजी वाहन नजर आए।

अधिकारियों ने बताया कि आवश्यक सेवाओं को बंद के दायरे से बाहर रखा गया।

एक अधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि बंद का असर पहाड़ी जिलों में नहीं पड़ा है।

एनआरएफएम ने 1949 में इसी दिन तत्कालीन मणिपुर शासक महाराजा बोधचंद्र और भारत सरकार के बीच विलय समझौते पर हस्ताक्षर किए जाने के विरोध में बंद का आह्वान किया।

समझौते पर हस्ताक्षर किए जाने के बाद मणिपुर रियासत 15 अक्टूबर 1949 को आधिकारिक तौर पर भारत संघ का हिस्सा बन गई थी।

भाषा प्रीति शोभना

शोभना