मालदीव हमारी ‘नेबरहुड फर्स्ट’ नीति का महत्वपूर्ण स्तंभ : बिरला

मालदीव हमारी ‘नेबरहुड फर्स्ट’ नीति का महत्वपूर्ण स्तंभ : बिरला

मालदीव हमारी ‘नेबरहुड फर्स्ट’ नीति का महत्वपूर्ण स्तंभ : बिरला
Modified Date: February 11, 2025 / 09:15 pm IST
Published Date: February 11, 2025 9:15 pm IST

नयी दिल्ली, 11 फरवरी (भाषा) लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने मंगलवार को कहा कि मालदीव हमारी ‘नेबरहुड फर्स्ट’ नीति का महत्वपूर्ण स्तंभ है और दोनों देशों के लोगों के बीच रिश्ते ही द्विपक्षीय संबंधों की नींव हैं।

बिरला ने ये टिप्पणियां मालदीव की ‘पीपुल्स मजलिस’ के स्पीकर अब्दुल रहीम अब्दुल्ला के नेतृत्व में भारत यात्रा पर आए मालदीव के संसदीय शिष्टमंडल के साथ संसद भवन में हुई बातचीत के दौरान कीं।

लोकसभा सचिवालय की ओर से जारी विज्ञप्ति के मुताबिक, मालदीव ने संसदीय अभिलेखागार के डिजिटलीकरण के लिए भारत से सहयोग का अनुरोध किया, जिस पर लोकसभा अध्यक्ष ने इस संबंध में सहायता दिए जाने का भरोसा दिलाया।

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अब्दुल्ला ने संसद में प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल, डिजिटल परिवर्तन के साथ-साथ कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) और बहुभाषी व्याख्या सेवाओं की सराहना की।

इस अवसर पर बिरला ने कहा, ‘‘मालदीव न केवल एक मित्र पड़ोसी देश है, बल्कि भारत की ‘नेबरहुड फर्स्ट’ नीति और ‘विजन सागर’ का एक प्रमुख स्तंभ भी है।’’

बिरला ने भारतीय संसद में डिजिटलीकरण में हुई प्रगति का जिक्र करते हुए शिष्टमंडल को बताया कि विधायी दक्षता बढ़ाने के लिए प्रौद्योगिकी का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि भारतीय संसद अभी 15 क्षेत्रीय भाषाओं में भाषांतरण सेवाएं प्रदान कर रही है और जल्द ही यह सुविधा 22 भाषाओं में उपलब्ध होगी।

भाषा

हक हक पारुल

पारुल


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