Publish Date - January 12, 2025 / 07:06 AM IST,
Updated On - January 12, 2025 / 07:06 AM IST
कन्नौज। Kannauj Railway Station Accident News : उत्तरप्रदेश के कन्नौज रेलवे स्टेशन पर एक बड़ा हादसा हुआ है। जहां निर्माणाधीन दो मंजिला एक इमारत का लिंटर ढहने से मलबे में 25 से अधिक मजदूर दबने से घायल हो गए। जिसमें से 11 की हालत गंभीर बताई जा रही है। घायलों को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराय गया। बता दें कि कमजोर शटरिंग के कारण ये हादसा हुआ है। देर रात ही बचाव कार्य पूरा किया गया है।
कन्नौज हादसे का संज्ञान लेते हुए पूर्वोत्तर रेलवे ने घटना की जांच के लिए तीन सदस्यीय उच्च स्तरीय समिति का गठन किया है और गंभीर रूप से घायल लोगों को 50 हजार रुपए और जिन्हें मामूली चोटें आई हैं उन्हें 5 हजार रुपए का मुआवजा देने का ऐलान किया गया है। रेलवे और राज्य सरकार की टीम घटनास्थल पर मौजूद है। राहत और बचाव का कार्य जारी है।
बता दें कि अमृत योजना के तहत रेलवे स्टेशन पर निर्माण कार्य चल रहा है। इसमें 7.76 करोड़ से मुख्य भवन का निर्माण कराया जा रहा है। तीन दिनों से लगातार लेंटर की ढलाई हो रही थी। लिफ्ट मशीन से सीमेंट का मसाला ऊपर ले जाया गया, उसी दौरान शटरिंग में लगाई गईं बल्लियां चटकने लगीं और लेंटर का आधे से अधिक हिस्सा भरभराकर ढह गया। तेज धमाका व चीख पुकार सुनकर जीआरपी के सिपाही वहां पहुंचे।
कन्नौज रेलवे स्टेशन पर एक निर्माणाधीन इमारत का लिंटर ढहने से 25 से अधिक मजदूर मलबे में दब गए। हादसा कमजोर शटरिंग के कारण हुआ, जिसमें 11 मजदूरों की हालत गंभीर है। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
कन्नौज हादसे में कितने लोग घायल हुए हैं?
कन्नौज रेलवे स्टेशन पर हुए हादसे में 25 से अधिक मजदूर घायल हुए हैं। इनमें से 11 की हालत गंभीर बताई जा रही है।
कन्नौज हादसे में मुआवजा कितनी राशि दी जाएगी?
कन्नौज हादसे के बाद रेलवे ने गंभीर रूप से घायल लोगों को 50 हजार रुपये और मामूली चोटों वाले लोगों को 5 हजार रुपये मुआवजे के रूप में देने का ऐलान किया है।
कन्नौज हादसा कहां हुआ था?
यह हादसा उत्तर प्रदेश के कन्नौज रेलवे स्टेशन पर हुआ, जहां अमृत योजना के तहत निर्माण कार्य चल रहा था।
कन्नौज हादसे पर रेलवे का क्या बयान है?
कन्नौज हादसे के बाद पूर्वोत्तर रेलवे ने एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया है जो घटना की जांच करेगी। रेलवे और राज्य सरकार की टीमें घटनास्थल पर मौजूद हैं और राहत एवं बचाव कार्य जारी है।