पन्ना, 30 जनवरी (भाषा) मध्यप्रदेश के पन्ना जिले में जेके सीमेंट के कारखाने में बृहस्पतिवार सुबह एक स्लैब ढह जाने से चार मजदूरों की मौत हो गई जबकि 15 लोग घायल हो गए। पुलिस ने यह जानकारी दी।
पुलिस ने बताया कि भोपाल से 350 किलोमीटर दूर अमानगंज कस्बे के पास स्थित कारखाने की निर्माणाधीन इकाई में सुबह करीब 10 बजे यह हादसा हुआ।
उप महानिरीक्षक (डीआईजी) ललित शाक्यवार ने बताया, ‘‘बिहार के पूर्णिया जिले के तीन और पन्ना जिले के सिमरिया थाना क्षेत्र के एक मजदूर समेत चार लोगों की मौत हो गई जबकि 15 व्यक्ति घायल हो गए हैं।’’
उन्होंने बताया कि बचाव अभियान समाप्त हो गया है और इस दौरान एक ड्रोन का इस्तेमाल किया गया, जिससे यह पता लगाया गया कि कोई व्यक्ति अभी भी मलबे में दबा है या नहीं।
शाक्यवार ने बताया कि इस घटना के वास्तविक कारण का पता लगाने के लिए जांच की जा रही है और दोषी पाए जाने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।
उन्होंने बताया कि प्रथम दृष्टया, सातवीं मंजिल पर एक बीम (लकड़ी या धातु का लंबा मोटा टुकड़ा) की ‘‘शटरिंग’’ (कंक्रीट को सहारा देने वाले तख्तों की मचान) अचानक ढह गई, जिसके कारण यह हादासा हुआ।
अधिकारी ने बताया कि घायलों को बेहतर इलाज के लिए कटनी भेजा गया है।
उन्होंने बताया कि कंपनी इस घटना में मारे गए मजदूरों के परिजनों को 18-18 लाख रुपये तथा घायलों को एक-एक लाख रुपये का मुआवजा देगी।
उप महानिरीक्षक ने बताया कि घायलों को इलाज के दौरान भी नियमित वेतन मिलेगा।
उन्होंने बताया, ‘‘हमने कारखाने की इकाई के प्रमुख व्यक्ति के साथ इस मुद्दे पर चर्चा की है।’’
उप महानिरीक्षक ने बताया कि कंपनी ने मजदूरों के शवों को उनके पैतृक स्थानों तक पहुंचाने का खर्च भी वहन करने पर सहमति जताई है।
सूचना मिलते ही संभागीय आयुक्त वीरेंद्र सिंह रावत सहित वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंच गए।
पन्ना के पुलिस अधीक्षक साई कृष्णा एस थोटा ने बताया कि राज्य आपदा आपातकालीन प्रतिक्रिया बल (एसडीईआरएफ) की एक टीम भी घटनास्थल पर पहुंची और बचाव अभियान शुरू किया।
राज्य की भाजपा इकाई के प्रमुख और खजुराहो से सांसद विष्णु दत्त शर्मा ने पहले कहा था कि उनकी मांग है कि कारखाने का प्रबंधन पीड़ितों को नियमों के अनुसार मुआवजा दे और मृतकों के परिजनों को नौकरी प्रदान करे।
शर्मा के निर्वाचन क्षेत्र में यह कारखाना स्थित है।
भाषा प्रीति माधव
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