Madhavi Lata: लोकसभा चुनाव में इस बार हैदराबाद सीट पर ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी के खिलाफ बीजेपी ने 49 वर्षीय माधवी लता को चुनाव मैदान उतारा है। जिन्हें गृह मंत्रालय ने Y+ कैटेगरी की सुरक्षा दी है। गृह मंत्रालय ने आईबी की थ्रेट रिपोर्ट का आधार पर बीजेपी उम्मीदवार माधवी को सुरक्षा दी है। जिसमें पुलिस के 11 कमांडो तैनात किए जाते हैं जिनमें से पांच पुलिस के स्टैटिक जवान वीआईपी की सुरक्षा के लिए उनके घर और आसपास रहते हैं. साथ ही 6 पीएसओ तीन शिफ्ट में संबंधित वीआईपी को सुरक्षा देते हैं।
कौन है माधवी लता
माधवी लता कट्टर हिंदूवादी होते हुए भी मदरसों की मदद करती हैं। वह कहती हैं कि इन्सानियत से बड़ा कोई धर्म नहीं, लेकिन सनातन के खिलाफ अनावश्यक बयानबाजी करने वालों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। माधवी के इरादे साफ हैं। माधवी लता सुर्खियों में तब आई जब बीजेपी ने उन्हें असदुद्दीन ओवैसी के खिलाफ चुनाव में उतारा। कहा जाता है कि असदुद्दीन ओवैसी को उनके गढ़ से हराना मुश्किल है और इसलिए बीजेपी इस बार हिंदुत्व के चेहरे के रूप में उन्हें खोज कर लाई है।
नहीं है पॉलिटिकल बैकग्राउंड
बता दें कि माधवी लता पेशे से एक डॉक्टर के साथ ही भरतनाट्यम नर्तकी भी हैं और विरिंची नाम का एक अस्पताल भी चलाती हैं। इसके साथ ही वह सोशल मीडिया पर अपने हिंदुत्व समर्थक रुख के लिए चर्चा में बनी रहती हैं। इनका कोई पॉलिटिकल बैकग्राउंड नहीं है और वह असदुद्दीन ओवैसी की तरह किसी राजनीतिक परिवार से ताल्लुक नहीं रखती है।
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Madhavi Lata: बताया गया कि वह हिंदुत्व की एक समर्थक हैं और तीन तलाक पर अपने बयानों के बाद सोशल मीडिया पर चर्चा में आई थी। उन्होंने तीन तलाक को खत्म करने के लिए मुस्लिम महिलाओं के समूह के साथ सहयोग किया था हालांकि वह राजनीति में नई हैं और यह उनका पहला चुनाव है, लेकिन वह हैदराबाद में ओवैसी को कड़ी चुनौती देने वाली हैं।