LTTE chief Prabhakaran claims to be alive: भारत के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी समेत हजारो तमिल भारतीय और श्रीलंकाई नागरिकों के कत्ल का मुख्य साजिशकर्ता, लिबरेशन टाइगर ऑफ़ तमिल इलम का मुखिया प्रभाकरण मरा नहीं हैं बल्कि ज़िंदा हैं। इतना ही नहीं, वह जल्द ही दुनिया के सामने भी आएगा।
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LTTE chief Prabhakaran claims to be alive: दरअसल ये बड़ा खुलासा वर्ल्ड तमिल फेडरेशन के अध्यक्ष पाझा नेदुमारन ने किया है। उन्होंने कहा कि मुझे ये बताते हुए खुशी हो रही है कि हमारे तमिल राष्ट्रीय नेता प्रभाकरण ठीक हैं व जिंदा हैं। उन्होंने कहा कि समय आने पर प्रभाकरण दुनिया के सामने आएंगे। इसमें ज्यादा वक्त नहीं लगेगा। नेदुमारन ने ये भी कहा है कि प्रभाकरण जल्द ही तमिल जाति की मुक्ति के लिए एक योजना की घोषणा करने वाले हैं। दुनिया के सभी तमिल लोगों को मिलकर उनका समर्थन करना चाहिए।
LTTE chief Prabhakaran claims to be alive: बता दे कि 21 मई 2009 को लिबरेशन टाइगर्स ऑफ तमिल ईलम लिटृटे यानी लिट्टे के संस्थापक वेलुपिल्लई प्रभाकरण को श्रीलंका की सेना ने मार गिराया था। इसी के साथ श्रीलंका का जाफना क्षेत्र लिट्टे के आतंक से मुक्त हो गया था। प्रभाकरण के मारे जाने के बाद लिट्टे ने अपनी बंदूकें शांत करने का ऐलान किया था।