नई दिल्ली। केन्द्रीय रक्षा मंत्रालय ने रविवार को ऐलान किया है कि 101 सैन्य उपकरणों के विदेशों से आयात पर रोक लगेगी। कुछ उपकरणों पर दिसंबर 2020 से ही यह रोक चालू हो जाएगी। वहीं कुछ उपकरणों के आयात पर रोक दिसंबर 2025 से लगेगी। सरकार ने यह कदम देश को रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से उठाया है।
पढ़ें- ‘राहुल गांधी अध्यक्ष नहीं बनना चाहते तो दूसरे को बनाइए’ कांग्रेस की हालत बहुत…
जिन रक्षा उपकरणों के आयात पर रोक लगी है, उनका अब देश में ही निर्माण किया जाएगा। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बताया कि देश में रक्षा उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए आने वाले 6-7 सालों में करीब 4 लाख करोड़ रुपए के रक्षा उपकरण घरेलू कंपनियों से खरीदे जाने की योजना है।
पढ़ें- मायावती ने खेला ‘ब्राह्मण कार्ड’, बोलीं- परशुराम के नाम पर बनाएंगे .
जिन रक्षा उपकरणों का भारत में निर्माण किया जाएगा उनमें आर्टिलरी गन्स, असॉल्ट राइफल, कॉरवेट्स, सोनार सिस्टम, ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट, एलसीएच, रडार समेत कई अन्य जरुरी उपकरण शामिल हैं। इनके अलावा व्हील्ड आर्म्ड व्हीकल (AFV) भी इस लिस्ट में शामिल हैं।
पढ़ें- गृह मंत्रालय ने किया खंडन, अमित शाह की नहीं हुई दोबारा कोरोना टेस्ट…
देखिए सूची-
List of 101 defence weapons/platforms to be put on import embargo by Defence Ministry December 2020 onwards. https://t.co/adSforDvW5 pic.twitter.com/mYPH3nEnjr
— ANI (@ANI) August 9, 2020
पढ़ें- ‘राहुल गांधी अध्यक्ष नहीं बनना चाहते तो दूसरे को बनाइए’ कांग्रेस की हालत बहुत…
रक्षा मंत्रालय ने वित्तीय वर्ष 2020-21 के रक्षा बजट को दो शाखाओं में बांटने का फैसला किया है। जिसके तहत अब घरेलू और विदेशी रक्षा खरीद का बजट अलग अलग होगा। मौजूदा वित्तीय वर्ष में 52 हजार करोड़ रुपए का एक अलग बजट घरेलू रक्षा खरीद के लिए रखा गया है।