समान विचारधारा वाले देशों को शांति के लिए सामूहिक कार्रवाई के वास्ते मिलकर प्रयास करना चाहिए: राजनाथ

समान विचारधारा वाले देशों को शांति के लिए सामूहिक कार्रवाई के वास्ते मिलकर प्रयास करना चाहिए: राजनाथ

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  • Publish Date - January 10, 2025 / 10:25 PM IST,
    Updated On - January 10, 2025 / 10:25 PM IST

(फोटो के साथ)

नयी दिल्ली, 10 जनवरी (भाषा) रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को कहा कि विश्व में कई तरह के संघर्षों के कारण उत्पन्न स्थिति को देखते हुए समान विचारधारा वाले देशों को शांति के लिए सामूहिक कार्रवाई के वास्ते मिलकर प्रयास करना चाहिए।

रक्षा मंत्री ने राजदूतों की गोलमेज बैठक को संबोधित करते हुए परस्पर समृद्धि और वैश्विक शांति सुनिश्चित करने के लिए मौजूदा भू-राजनीतिक तनावों को दूर करने की आवश्यकता पर जोर दिया।

सिंह ने कहा कि अगले महीने भारत में आयोजित होने वाली ‘एयरो इंडिया’ एयरोस्पेस प्रदर्शनी देशों के लिए संयुक्त रूप से अपनी शक्तियों और क्षमताओं का पता लगाने तथा ‘‘रणनीतिक’’ और ‘‘रणनीतिक आवश्यकताओं’’ को पूरा करने का मौका प्रदान करती है।

भारत की द्विवार्षिक एयरोस्पेस प्रदर्शनी एयरो इंडिया 10-14 फरवरी तक बेंगलुरु के बाहरी इलाके येलहंका में आयोजित की जाएगी, जिसका उद्देश्य देश को रक्षा विनिर्माण के केंद्र के रूप में पेश करना है।

उन्होंने कहा, ‘‘यह बहुत महत्वपूर्ण है कि समान विचारधारा वाले देश शांति और समृद्धि के लिए सामूहिक कार्रवाई के वास्ते मिलकर प्रयास करें।’’

सिंह ने कई देशों के राजदूतों से कहा, ‘‘इनके बिना, हमारी भावी पीढ़ियां आज के युग में हमारे द्वारा अनुभव किए जा रहे आर्थिक विकास या तकनीकी नवाचारों का लाभ नहीं उठा पाएंगी।’’

रक्षा मंत्री ने बताया कि भारत ‘ग्लोबल साउथ’ के लिए एक अग्रणी आवाज के रूप में उभर रहा है और यह सुनिश्चित करता है कि समृद्धि की सामूहिक खोज में विविध चिंतनों पर विचार किया जाये।

‘ग्लोबल साउथ’ का आशय कमजोर या विकासशील देशों से है।

उन्होंने कहा, ‘‘आज के भू-राजनीतिक परिदृश्य में, समकालीन चुनौतियों का समाधान करते हुए आपसी समृद्धि और शांति सुनिश्चित करने के लिए समान विचारधारा वाले देशों के बीच एकता को बढ़ावा देना आवश्यक है।’’

रक्षा मंत्री ने कहा कि भारत ने सदैव ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ (एक पृथ्वी, एक परिवार) के मूल सिद्धांत के आधार पर साझा समृद्धि और जिम्मेदारी का समर्थन किया है।

सिंह ने एयरो इंडिया को एक ऐसा आयोजन बताया जहां ‘‘देश एक साथ आते हैं और सीमाओं से परे संबंध स्थापित करते हैं।’’

एयरो इंडिया में रक्षा मंत्रियों का सम्मेलन, सीईओ की गोलमेज बैठक और भारतीय मंडप तथा एयरोस्पेस कंपनियों के व्यापार मेले समेत एक बड़ी प्रदर्शनी का आयोजन किया जायेगा।

कार्यक्रम के पहले तीन दिन (10, 11 और 12 फरवरी) व्यावसायिक दिन होंगे जबकि 13 और 14 फरवरी को सार्वजनिक दिन के रूप में निर्धारित किया गया है, ताकि लोग शो देख सकें।

भाषा

देवेंद्र पवनेश

पवनेश