Controversial Bastar The Naxal Story: नई दिल्ली। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की छात्र शाखा अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने बुधवार को जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) परिसर में नक्सली विद्रोह पर आधारित एक फिल्म का प्रदर्शन किया। वहीं विश्वविद्यालय के चुनाव निकाय ने बताया कि इस कार्यक्रम के लिए अनुमति नहीं दी गई थी। एबीवीपी ने जेएनयू परिसर के एक सभागार में ‘बस्तर: द नक्सल स्टोरी’ का प्रर्दशन किया। यह फिल्म अभी ‘रिलीज’ नहीं हुई है। वामपंथी समूह से जुड़े संगठनों ने फिल्म के प्रदर्शन पर आपत्ति जताई।
इस कार्यक्रम में फिल्म के निर्देशक सुदीप्तो सेन के साथ ही अभिनेत्री अदा शर्मा भी शामिल हुईं। विश्वविद्यालय की चुनाव समिति ने जेएनयूएसयू की चुनाव प्रक्रिया जारी होने के बीच फिल्म की स्क्रीनिंग को परिसर में प्रभावी आंशिक आचार संहिता का उल्लंघन करार दिया। विश्वविद्यालय चुनाव समिति के अध्यक्ष शैलेन्द्र कुमार ने एक बयान में कहा, ”चुनाव समिति के संज्ञान में आया कि 13 मार्च, 2024 को सभागार में ‘बस्तर: द नक्सल स्टोरी’ नामक फिल्म की स्क्रीनिंग की गयी। चुनाव समिति स्पष्ट करती है कि इसके लिए कोई जानकारी नहीं दी गई थी और न ही आयोजन के लिए अनुमति ली गई थी।”
Controversial Bastar The Naxal Story: उन्होंने बताया, ”चुनाव समिति ने कार्यक्रम से पहले सक्षम प्राधिकारी को सूचित किया था कि यह आयोजन जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्र संघ (जेएनयूएसयू) चुनाव 2023-24 के लिए आंशिक आचार संहिता का उल्लंघन है।” वामपंथी छात्र समूहों की आपत्ति के बीच एबीवीपी ने दावा किया कि कार्यक्रम को रोकने के लिए बिजली की आपूर्ति कई बार काट दी गई। जेएनयूएसयू चुनाव 22 मार्च को होगा और नतीजों की घोषणा 24 मार्च को की जाएगी।