नई दिल्ली। कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली के गाजीपुर बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे किसान नेता राकेश टिकैत ने अब इस आंदोलन में ‘भगवान हनुमान’ को भी घसीट लिया है। टिकैत ने कहा कि ‘हनुमान जी’ और महात्मा गांधी भी आंदोलनजीवी थे, इसलिए सरकार को अपनी हठ छोड़कर किसानों से बात करनी चाहिए।
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राकेश टिकैत ने कहा,’कुछ लोग हमको आंदोलनजीवी कहते हैं, सबसे बड़े आंदोलनजीवी तो ‘हनुमान जी’ थे, उन्होंने अपनी पूछ किसी और के लिए जलवाई थी, महात्मा गांधी भी आंदोलनजीवी थे।’ उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि आडवाणी जी का जब राष्ट्रपति बनने का नंबर आया तो उन पर अयोध्या का मुकदमा लगवा दिया, टिकैत ने कहा कि आज किसानों को खालिस्तानी, दंगाई बताया जा रहा है, उनके लिए इस तरह की बात नहीं होनी चाहिए।
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समर्थकों के बीच टिकैत ने कहा,’ जब आंदोलन करेंगे तो मुकदमे तो होंगे, पहले जब लोग आंदोलन की वजह से जेलों में जाते थे तो बाकी लोग उनसे माफी मांगते थे, हम भी इससे डरने वाले नहीं है।’ राकेश टिकैत ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि ये मानने वाले नहीं हैं, ये बहुत जिद्दी हैं। ये मंदिर के लिए पैसा मांग रहे हैं, हम आंदोलन के लिए पैसा। टिकैत ने कहा गन्ना भुगतान का 10-12 हजार करोड़ रुपये ब्याज का फंसा हुआ है, उस पैसे से ही मंदिर बना लो।
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बता दें कि पीएम नरेंद्र मोदी ने संसद में बजट सत्र को संबोधित करते हुए किसान आंदोलन पर अपनी टिप्पणी करते हुए कहा था कि यह आंदोलन तो पवित्र है लेकिन इसमें घुसे कुछ आंदोलनजीवियों ने इसे अपवित्र कर दिया है, ये आंदोलनजीवी हर वक्त आंदोलन के लिए कोई मौका ढूंढते रहते हैं। एक आंदोलन खत्म होता है तो दूसरे आंदोलन की खोज में लग जाते हैं।