नई दिल्ली: Arvind Kejriwal On Central Government : देश की राजधानी दिल्ली के पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली की कानून व्यवस्था के मुद्दे पर विधानसभा में केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा है। केजरीवाल ने गृह मंत्री अमित शाह और केंद्र सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। अरविंद केजरीवाल ने लॉरेंस बिश्नोई का मुद्दा उठाते हुए कहा कि, क्या लॉरेंस बिश्नोई को गुजरात की जेल में बीजेपी का संरक्षण मिल रहा है? केजरीवाल ने गृह मंत्री पर निशाना साधते हुए कहा, “आखिर क्यों लॉरेंस बिश्नोई जैसे अपराधी खुलेआम अपनी गतिविधियां जारी रख पा रहे हैं? क्या यह संभव है कि उसे सरकार की ओर से कोई समर्थन न मिल रहा हो?”
देश में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर सवाल उठाते हुए केजरीवाल ने कहा कि, ऐसे अपराधियों पर लगाम न कसना देश की सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा है।उन्होंने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि वह अपराधियों पर सख्त कार्रवाई करने में नाकाम रही है। उन्होंने यह भी कहा कि जनता को इस मामले में जवाब चाहिए।
Arvind Kejriwal On Central Government : शुक्रवार को दिल्ली विधानसभा में बोलते हुए अरविंद केजरीवाल ने कहा, “दिल्ली की सड़कों पर खुलेआम गोलियां चल रही हैं। व्यापारी, महिलाएं, बच्चे सब डरे हुए हैं. गैंगस्टर राजधानी में दहशत फैला रहे हैं, और गृह मंत्री अमित शाह चुप बैठे हैं।” केजरीवाल ने पूछा, “एक अपराधी जेल में बंद होकर भी इतना बेखौफ क्यों है? क्या इसके पीछे राजनीतिक संरक्षण है?”
उन्होंने आरोप लगाया कि गुजरात की साबरमती जेल में बंद लॉरेंस बिश्नोई जेल से ही अपने गिरोह को संचालित कर रहा है। बिश्नोई पर आरोप है कि उसने जेल से ही कई व्यापारियों और मशहूर हस्तियों को धमकियां दी हैं।
अमित शाह के घर के आसपास के Area में ना जनता सुरक्षित है और ना ही पुलिसवाले
“आज दुनिया में दिल्ली को Gangster Capital के नाम से जाना जाता है।”@ArvindKejriwal #BJPMakesDelhiGangsterCapital pic.twitter.com/wzdzEPDXQa
— AAP (@AamAadmiParty) November 29, 2024
Arvind Kejriwal On Central Government : केजरीवाल ने दिल्ली की कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि, आज दिल्ली को ‘गैंगस्टर्स कैपिटल’ कहा जा रहा है। “एनसीआरबी के आंकड़े बताते हैं कि पिछले एक साल में अपहरण और हिंसक घटनाओं में बढ़ोतरी हुई है। क्या गृह मंत्री को इस स्थिति का अंदाजा नहीं है?” केजरीवाल ने आरोप लगाया कि दिल्ली पुलिस और केंद्र सरकार अपराध रोकने में नाकाम साबित हो रही है।