लखनऊ: Lakhimpur Violence As Murder Case उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी के मामले में जांच कर रही एसआईटी की टीम ने बड़ा खुलासा किया है। एसआईटी का कहना है कि वहां जो हिंसा (Lakhimpur Kheri Violence) हुई थी, दरअसल वह एक सोची-समझी साजिश थी, न कि कोई हादसा। एसआई का कहना की यह हमला योजनाबद्ध तरीके से किया गया था।
Lakhimpur Violence As Murder Case गौरतलब है कि 3 अक्टूबर 2021 को उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य (Keshav Prasad Maurya) के दौरे के विरोध में प्रदर्शन कर रहे किसानों की भीड़ को एक कार ने रौंद दिया था। इसके बाद हुई हिंसा में एक स्थानीय पत्रकार सहित 8 लोगों की मौत हो गई थी। किसानों का आरोप था कि इस गाड़ी को केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी का बेटा आशीष मिश्रा चला रहा था। कई दिनों के प्रदर्शन के बाद आशीष की गिरफ्तारी हुई थी।
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विशेष जांच दल (SIT) ने मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (CJM) के समक्ष एक आवेदन दायर किया है। इसके तहत 13 आरोपियों के खिलाफ हत्या के प्रयास के आरोपों के अंतर्गत उनके अपराध को दंडनीय बनाने के लिए नई धाराओं को शामिल करने का अनुरोध किया गया है। एसआईटी जांच अधिकारी विद्याराम दिवाकर ने पिछले हफ्ते सीजेएम की अदालत में आईपीसी की धारा 279, 338 और 304 ए की जगह वारंट में नई धाराएं जोड़ने के लिए आवेदन दायर किया है।
लखीमपुर खीरी हिंसा मामले की जांच कर रही टीम का कहना है कि यह घटना एक "पूर्व नियोजित साजिश" थी, जिसमें 5 लोगों की मौत हुई और कई लोग घायल हुए।
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 14, 2021