लखीमपुर खीरी। लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में आज एसआईटी ने अदालत में आरोप पत्र दाखिल कर दिया है। मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा सहित 13 अन्य के खिलाफ हिंसा के 88 दिन बाद चार्जशीट दाखिल की गई है। जिसमें आशीष मिश्रा उर्फ मोनू को मुख्य आरोपित बताया गया। एसआइटी की चार्जशीट पूरे पांच हजार पन्नों की है।
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बता दें कि पिछले दिनों SIT ने लखीमपुर हिंसा मामले में हादसे की धाराएं हटाकर उनकी जगह पर हत्या के प्रयास, अंग भंग, एक राय होकर क्राइम करना व असलहों के दुरुपयोग की धारा बढ़ा दी थी। विवेचक ने रिमांड फ़ाइल और अदालती मुकदमे में इन धाराओं को बढ़ाने के लिए कोर्ट में एप्लिकेशन दी थी। जिस पर आशीष समेत सभी आरोपी कोर्ट तलब किये गए थे।
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खास बात है कि एसआईटी ने अपनी रिपोर्ट में माना है कि यह क्राइम किसी लापरवाही का नतीजा नहीं, बल्कि जानबूझकर, साजिशन और जान लेने की नीयत से किया गया अपराध है। इस खुलासे के बाद सभी आरोपियों पर गैर इरादतन हत्या के बजाय हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है। एसआईटी ने अब सभी आरोपियों पर 307, 326, 302, 34,120 बी,147, 148,149 के तहत मामला दर्ज किया है। इससे पहले लखीमपुर कांड के गुनहगारों पर आईपीसी की धारा 279, 338, 304 ए के तहत कार्रवाई की जा रही थी।
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गौरतलब है कि लखीमपुर के तिकुनिया में 3 अक्टूबर को हुई हिंसा में चार किसानों समेत 5 की मौत हुई थी। इस मामले में देश के गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष समेत 13 आरोपी जेल में बन्द हैं। एसआईटी ने आशीष मिश्रा, अंकित दास को लखनऊ से गिरफ्तार किया था। उसके अलावा इस मामले में लवकुश, आशीष पांडे, शेखर भारती, लतीफ उर्फ काले, शिशुपाल, नंदन सिंह विष्ट, सत्यम त्रिपाठी उर्फ सत्य प्रकाश, सुमित जायसवाल, धमेन्द्र, रिंकू राना और उल्लास त्रिवेदी जेल में है।