दीफू, 27 नवंबर (भाषा) असम में कार्बी आंगलोंग स्वायत्त परिषद (केएएसी) ने कहा कि वह पिछले साल मणिपुर में हिंसा फैलने के बाद से सिंघासन पहाड़ी क्षेत्र में शरण लेने वाले लगभग 1,000 कुकी-ज़ो लोगों को वापस भेजा जाएगा।
केएएसी के मुख्य कार्यकारी सदस्य (सीईएम) तुलीराम रोंगहांग ने कहा कि यहां आए कुकी-ज़ो समुदाय के लोगों की वापसी के लिए विभिन्न हितधारकों के साथ बैठकें आयोजित की जाएंगी।
उन्होंने कहा, ‘हम उन्हें जबरदस्ती बेदखल नहीं करेंगे बल्कि कुकी समुदाय समेत विभिन्न सामाजिक व राजनीतिक संगठनों के साथ चर्चा के बाद उन्हें वापस भेजा जाएगा।’
रोंगहांग ने कहा कि भूमि अधिकार केवल उन लोगों को दिया जाएगा जो कार्बी आंगलोंग जिला बनने के बाद से उसमें रह रहे हैं या लंबे समय से स्थायी निवासी हैं।
उन्होंने मंगलवार को बोकाजन के जपराजन क्षेत्र में भूमि अधिकार वितरण कार्यक्रम के मौके पर कहा, ‘जिले के बाहर से पलायन करने वाले व्यक्तियों, विशेष रूप से मणिपुर से आने वाले लोगों को भूमि दस्तावेज वितरित करने की हमारी पहल के तहत भूमि अधिकार नहीं दिए जाएंगे।’
उन्होंने कहा, ”इस मामले पर चर्चा के लिए 28 नवंबर को एक बैठक बुलाई गई है और हमें उम्मीद है कि इस मुद्दे को सौहार्दपूर्ण ढंग से सुलझा लिया जाएगा।”
भाषा जोहेब नरेश
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