कोटा: राजस्थान की सरकार और एजुकेशन हब कोटा का प्रशासन इन दिनों आत्महत्या के बढ़ते मामलो से खासा परेशान है। (Kota Students Suicide Data) यहाँ सबसे ज्यादा आत्महत्या करने वालों में कोचिंग सेंटर्स के स्टूडेंट्स है। एक आंकड़े के मुताबिक महज आठ महीनो के भीतर अलग-अलग कोचिंग संस्थान के 20 स्टूडेंट्स ने अलग-अलग कारणों से मौत को गले लगा लिया है। वही लगातार सामने आ रहे खुदखुशी के मामलो को रोकना शासन और प्रशासन दोनों के लिए चुनौती बना हुआ है।
अमूमन देखा गया है कि स्टूडेंट्स फांसी लगाकर खुदकुशी कर रहे है। ऐसे में इस समस्या से निबटने स्थानीय प्रशासन ने एक नया तरीका अपनाया है। पंखो पर फंदा डालकर फांसी ना लगाया जा सके इसके लिए इन पंखो पर एक विशेष तरह स्प्रिंग डिवाइस लगाया जाएगा। इससे पंखे पर फंदा तो डाला जा सकेगा लेकिन उसपर झूला नहीं जा सकेगा। स्प्रिंग की वजह से पंखा खुद बी खुद नीचे की तरफ आ जायेगा।
वही जिला प्रशासन के मुखिया याने कलेक्टर ने सभी होटलो, कोचिंग संसथान और छात्रावास प्रबंधको के लिए आदेश जारी किया है की वह सिक्योरिटी डिवाइस के तौर पर इस नए डिवाइस का इस्तेमाल करें। इसके अलावा कोचिंग संसथान को यह भी कहा गया है कि एक बैच में 80 से ज्यादा स्टूडेंट्स को शामिल नहीं करने और हफ्ते में एक दिन की अनिवार्य छुट्टी स्टूडेंट्स को दी जाएँ। (Kota Students Suicide Data) आदेश के परिपालन में लापरवाही बरतने पर संबंधित संस्थानों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।