कोटा प्रशासन ने डेंगू और ‘स्क्रब टाइफस’ को फैलने से रोकने का प्रयास तेज किया

कोटा प्रशासन ने डेंगू और ‘स्क्रब टाइफस’ को फैलने से रोकने का प्रयास तेज किया

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  • Publish Date - September 3, 2023 / 08:09 PM IST,
    Updated On - September 3, 2023 / 08:09 PM IST

कोटा, तीन सितंबर (भाषा) डेंगू और ‘स्क्रब टाइफस’ के बढ़ते मामलों के बीच पिस्सू (घुन जैसा कीट) जनित रोग से आईआईटी-जेईई की अभ्यर्थी की मौत के बाद कोटा प्रशासन ने इन रोगों को फैलने से रोकने का प्रयास तेज कर दिया है।

आईआईटी-जेईई अभ्यर्थी की शुक्रवार शाम यहां एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान स्क्रब टाइफस से मृत्यु हो गई थी और शहर में उसी दिन छह अन्य लोग डेंगू से और एक व्यक्ति स्क्रब टाइफस से पीड़ित पाया गया।

जिला कलेक्टर ओपी बुनकर ने शनिवार दोपहर यहां एक बैठक की अध्यक्षता की, जिसमें भाजपा के कोटा दक्षिण विधायक संदीप शर्मा, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) डॉ. जगदीश सोनी और अन्य चिकित्सा अधिकारी शामिल हुए।

बैठक के दौरान भाजपा विधायक ने शहर में डेंगू और स्क्रब टाइफस के रोगियों की बढ़ती संख्या पर चिंता व्यक्त की और इसे रोकने के लिए तत्काल उपाय करने का आग्रह किया।

कोटा में इस साल जनवरी से अब तक डेंगू के 330 मामले दर्ज किये गये हैं, जबकि इस अवधि में स्क्रब टाइफस के 73 मामले सामने आए। झारखंड के गोड्डा जिले की आईआईटी-जेईई की अभ्यर्थी 19 वर्षीय स्नेहा भारती पिछले साल यहां एक संस्थान में एक साल की कोचिंग के बाद कोटा शहर के तलवंडी इलाके में स्थित एक पीजी रूम में रहकर अध्ययन कर रही थीं।

झारखंड में बीएसएनएल के अधिकारी के रूप में कार्यरत भारती के पिता नीलखंट ने कहा कि बुधवार को बेटी की हालत बिगड़ने के बाद उन्होंने उसे यहां एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया। भारती के रक्त के नमूनों की जांच से पुष्टि हुई कि वह स्क्रब टाइफस से पीड़ित है जिसके बाद चिकित्सक ने बृहस्पतिवार से उसका विशिष्ट उपचार शुरू किया।

भारती के पिता ने कहा कि वह वेंटिलेटर पर थी और स्क्रब टाइफस के कारण उसके कई अंगों ने काम करना बंद कर दिया था। उन्होंने बताया कि भारती की शुक्रवार शाम इलाज के दौरान मौत हो गई।

भाषा संतोष नेत्रपाल

नेत्रपाल