कोलकाता बलात्कार-हत्याकांड : एफएआईएमए जंतर-मंतर पर शांतिपूर्ण विरोध-प्रदर्शन करेगा

कोलकाता बलात्कार-हत्याकांड : एफएआईएमए जंतर-मंतर पर शांतिपूर्ण विरोध-प्रदर्शन करेगा

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  • Publish Date - August 31, 2024 / 12:24 PM IST,
    Updated On - August 31, 2024 / 12:24 PM IST

नयी दिल्ली, 31 अगस्त (भाषा) कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में एक प्रशिक्षु महिला चिकित्सक के साथ कथित बलात्कार और हत्या की घटना को लेकर फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया मेडिकल एसोसिएशन (एफएआईएमए) शनिवार को दिल्ली में जंतर-मंतर पर शांतिपूर्ण विरोध-प्रदर्शन करेगा।

एफएआईएमए की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि सरकार पर पीड़िता के परिजनों को न्याय दिलाने और पूरे देश में स्वास्थ्य पेशेवरों की सुरक्षा के लिए लंबित केंद्रीय स्वास्थ्य देखभाल संरक्षण अधिनियम को जल्द लागू करने का दबाव डालने के वास्ते प्रदर्शन किया जाएगा।

एसोसिएशन के एक प्रवक्ता ने कहा, ”एफएआईएमए इस जघन्य कृत्य से बहुत व्यथित है, जिसने न केवल चिकित्सा बिरादरी को झकझोरकर रख दिया है, बल्कि उन चिंताजनक मुद्दों को भी उजागर किया है, जिनका सामना स्वास्थ्य पेशेवर रोजाना करते हैं।”

एफएआईएमए के संस्थापक और मुख्य सलाहकार मनीष जांगड़ा ने कहा, ”न्याय मिलने तक हमारी लड़ाई जारी रहेगी।’

जांगड़ा ने बताया कि एसोसिएशन को दोपहर तीन बजे से पांच बजे तक जंतर-मंतर पर प्रदर्शन करने की अनुमति मिली है। उन्होंने बताया कि दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) के आसपास के शहरों-जैसे अलीगढ़ और रोहतक आदि के अस्पतालों के रेजिडेंट डॉक्टर्स ऑफ इंडिया (आरडीए) के सदस्य भी प्रदर्शन में शामिल होंगे।

आरजी कर अस्पताल के सेमिनार हॉल में नौ अगस्त को प्रशिक्षु महिला चिकित्सक का शव अर्धनग्न अवस्था में मिला था, जिसके बाद देशभर के रेजिडेंट चिकित्सक 12 अगस्त से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए थे।

उच्चतम न्यायालय में 22 अगस्त को इस मामले पर सुनवाई हुई, जिसके बाद चिकित्सकों ने हड़ताल वापस ले ली और कहा, ‘आरजी कर की घटना और चिकित्सकों की सुरक्षा के मामले में उच्चतम न्यायालय के आग्रह, आश्वासन और हस्तक्षेप के बाद हम काम पर लौट रहे हैं। हम अदालत की कार्रवाई की सराहना करते हैं और उसके निर्देशों का पालन करने का आह्वान करते हैं।”

चिकित्सक अपराध की त्वरित एवं विस्तृत जांच, पीड़िता के परिजनों को जल्द न्याय दिलाने और देश भर में स्वास्थ्य कर्मियों के जीवन की रक्षा के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य सेवा संरक्षण अधिनियम को तत्काल लागू करने सहित अन्य मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं।

भाषा प्रीति पारुल

पारुल