Adeno virus: कोलकाता। देश दुनिया में कोरोना खत्म हुआ भी नहीं कि एक नए वायरस ने दस्तक दे दी है। पश्चिम बंगाल में एडिनो नाम का वायरस बड़ी तेजी से पांव पसार रहा है। कोलकाता में एडिनो वायरस ने 5 मासूमों की जिंदगी भी लील ली है। बता दें कि अस्पताल सूत्रों के मुताबिक बुखार से पीड़ित होने के कारण बच्चे को अस्पताल में भर्ती किया गया था। पिछले सात-आठ दिन से बच्चा वेंटिलेशन पर था। हालांकि, यह निश्चित नहीं है कि यह बच्चा एडिनो वायरस से संक्रमित था या नहीं।
Adeno virus: कोलकाता के बीसी रॉय अस्पताल में अब तक इस वायरस से 5 से ज्यादा बच्चों की मौत हो चुकी है। अस्पताल के अधिकारियों ने स्वास्थ्य भवन से इस अस्पताल में रेफर किए जाने वाले मरीजों की संख्या कम करने का अनुरोध किया है। दूसरी ओर, बेलेघाटा आईडी अस्पताल ने बीमारी के प्रसार को रोकने के लिए बाल रोग विशेषज्ञ के साथ पीकू-निकू खोलने का प्रस्ताव दिया है। बाल रोग विशेषज्ञ सुमन पोद्दार ने कहा कि यह काफी पुराना वायरस है। कोरोना वायरस से पहले भी यह वायरस परेशान करता था। पिछले दो हफ्तों में इसमें काफी इजाफा हुआ है। यह वायरस बच्चों में सबसे आम है।
Adeno virus: जानकारी के अनुसार कोलकाता के सरकारी और निजी अस्पतालों में बच्चों के वार्ड के लगभग सभी बिस्तर भर चुके हैं। स्वास्थ्य विभाग ने स्थिति से निपटने के लिए गाइडलाइंस जारी की है। स्वास्थ्य विभाग की गाइडलाइन में बीमारी के लक्षण बताए गए हैं। इस गाइडलाइन के मुताबिक तीन दिनों से अधिक बुखार, खांसी, नाक बहना या गले में खराश, जोर-जोर से सांस लेना आदि समस्या होने पर डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
Adeno virus: साथ ही गाइडलाइंस में मरीज को यह भी बताया गया है कि किन परिस्थितियों में अस्पताल में भर्ती की जरूरत है। स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि अगर तीन से 5 दिन के बाद भी बुखार कम नहीं होता है, सांस की तकलीफ बढ़ जाती है, घर में रहने के दौरान शरीर में ऑक्सीजन का स्तर 92 प्रतिशत से कम हो जाता है, खाने की मात्रा 50 प्रतिशत कम हो जाती है, तो यह समझ लेना चाहिए कि बिना देर किए अस्पताल में भर्ती होने का समय आ गया है। साथ ही यदि रोगी दिन में पांच बार से कम पेशाब करता है तो रोगी को अस्पताल में भर्ती करा देना चाहिए।
Adeno virus: जानकारी के मुताबिक स्वास्थ्य विभाग के निदेशक ने एडिनो वायरस के बढ़ने पर कोलकाता के विभिन्न सरकारी अस्पतालों के बाल रोग विशेषज्ञों के साथ बैठक की। बैठक में मुख्य रूप से अस्पतालों में एडिनो वायरस वाले बाल रोगियों की संख्या और उनकी स्थिति पर चर्चा की गई। एडिनो वायरस कोविड की तरह संक्रामक है। इसलिये बाल रोग विशेषज्ञों ने स्वास्थ्य अधिकारियों को विशेष दिशा-निर्देश जारी करने का सुझाव दिया, जिसमें मास्क पहनना, सामाजिक दूरी के नियमों का पालन करना शामिल है। उनके प्रस्ताव के अनुसार, राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने सरकारी दिशा-निर्देश जारी किए हैं। माता-पिता के लिए पांच सुझावों के अलावा एडिनो वायरस से निपटने के लिए डॉक्टरों और अस्पताल के अधिकारियों को भी विशेष निर्देश दिए गए हैं।
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