नई दिल्ली : PM Modi’s Bhutan Visit: भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दो दिवसीय भूटान यात्रा समाप्त हो गई है और वे वापस भारत आने के लिए रवाना हो चुके हैं। पीएम मोदी ‘पड़ोस प्रथम’ की नीति के तहत भूटान के साथ भारत के संबंधों को और मजबूत बनाने के उद्देश्य से भूटान पहुंचे थे। भूटान से रवाना होने के पहले पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक संदेश साझा किया है।
PM Modi’s Bhutan Visit: पीएम मोदी ने अपने ट्वीट में कहा, ‘मैं भूटान के महामहिम राजा जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक द्वारा दिल्ली के लिए प्रस्थान करते समय एयरपोर्ट पर आने के विशेष भाव से सम्मानित महसूस कर रहा हूं। यह बेहद खास भूटान यात्रा रही है। मुझे महामहिम राजा, प्रधानमंत्री और भूटान के अन्य प्रतिष्ठित लोगों से मिलने का अवसर मिला। मैं ऑर्डर ऑफ द ड्रुक ग्यालपो से सम्मानित होने के लिए भी आभारी हूं।’
प्रधानमंत्री ने लिखा, ‘मैं गर्मजोशी और आतिथ्य के लिए भूटान के अद्भुत लोगों का बहुत आभारी हूं। भारत भूटान के लिए हमेशा एक विश्वसनीय मित्र और भागीदार रहेगा।’
I am honoured by the special gesture by His Majesty the King of Bhutan, Jigme Khesar Namgyel Wangchuck of coming to the airport as I leave for Delhi.
This has been a very special Bhutan visit. I had the opportunity to meet His Majesty the King, PM @tsheringtobgay and other… pic.twitter.com/OFJ4y2w0FJ
— Narendra Modi (@narendramodi) March 23, 2024
PM Modi’s Bhutan Visit: बता दें कि, पीएम मोदी दो दिवसीय भूटान दौरे पर गए थे। इस दौरान उन्हें भूटान के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार ‘ऑर्डर ऑफ द ड्रुक ग्यालपो’ से सम्मानित किया गया। यह सम्मान पाने वाले वह किसी विदेशी सरकार के पहले प्रमुख हैं। प्रधानमंत्री मोदी को यह पुरस्कार ‘भारत-भूटान संबंधों के विकास में उनके उत्कृष्ट योगदान और भूटानी राष्ट्र तथा इसके लोगों के वास्ते उनकी विशिष्ट सेवा’ के लिए प्रदान किया गया है।
भूटान के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार पुरस्कार से सम्मानित होने के बाद पीएम मोदी ने कहा, ‘भूटान द्वारा ‘ऑर्डर ऑफ द ड्रुक ग्यालपो’ पुरस्कार दिए जाने पर सम्मानित महसूस कर रहा हूं। मैं इसे 140 करोड़ भारतीयों को समर्पित करता हूं।’ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ‘पड़ोस प्रथम’ की नीति के तहत भूटान के साथ भारत के अनूठे संबंधों को और मजबूत बनाने के उद्देश्य से दो दिवसीय राजकीय यात्रा पर भूटान पहुंचे थे।