खरगे ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखा, निरर्थक जवाब भेजने का काम नड्डा को दे दिया गया: कांग्रेस

खरगे ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखा, निरर्थक जवाब भेजने का काम नड्डा को दे दिया गया: कांग्रेस

  •  
  • Publish Date - September 19, 2024 / 11:48 AM IST,
    Updated On - September 19, 2024 / 11:48 AM IST

नयी दिल्ली, 19 सितंबर (भाषा) कांग्रेस ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष जेपी नड्डा द्वारा मल्लिकार्जुन खरगे को लिखे गए जवाबी पत्र को लेकर बृहस्पतिवार को उन पर निशाना साधा और कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को लिखे गए खत का निरर्थक जवाब भेजने का काम नड्डा को दे दिया गया।

पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने खरगे के पत्र का जवाब प्रधानमंत्री की तरफ से नहीं आने को लेकर कटाक्ष किया कि ‘स्वघोषित परमात्मा के अवतार कुछ अलग ही होते हैं।’

रमेश ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘जब पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह नॉन-बायोलॉजिकल प्रधानमंत्री को कोविड-19 पर पत्र लिखते हैं तब स्वास्थ्य मंत्री को उन्हें अपने नाम से भेजने के लिए एक अपमानजनक जवाब थमा दिया जाता है। अब कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे जी ने मोदी जी के सहयोगियों द्वारा लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी को दी जा रही गंभीर धमकियों को लेकर नॉन-बायोलॉजिकल प्रधानमंत्री को पत्र लिखा, तो भाजपा अध्यक्ष को निरर्थक जवाब भेजने का काम दे दिया गया।’’

उन्होंने कहा कि देश ने एक ऐसे प्रधानमंत्री (नेहरू) को भी देखा है, जिन्होंने 17 वर्षों तक उन्हें भेजे गए सभी आधिकारिक और व्यक्तिगत पत्रों का जवाब दिया, जैसा कि उनके चुनिंदा कार्यों के 100 से अधिक वॉल्यूम प्रमाणित करते हैं।

रमेश ने तंज कसते हुए कहा, ‘मुझे लगता है कि स्वघोषित परमात्मा के अवतार कुछ अलग ही होते हैं।’

नड्डा ने बृहस्पतिवार को नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी को राजनीति का ‘असफल उत्पाद’ (फेल्ड प्रोडक्ट) करार दिया और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे से कहा कि उन्हें महिमामंडित करना उनकी मजबूरी है।

नड्डा ने पिछले दिनों खरगे की ओर से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को लिखे उस पत्र के जवाब में यह बात कही, जिसमें उन्होंने मांग की थी कि प्रधानमंत्री को राहुल गांधी के खिलाफ आपत्तिजनक और विवादित बयान देने वाले नेताओं पर कार्रवाई करनी चाहिए।

केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी को ‘देश का सबसे बड़ा दुश्मन और आतंकवादी’ करार दिया था। इसके अलावा राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के कुछ नेताओं ने भी राहुल गांधी के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणियां की हैं।

भाषा हक वैभव

वैभव