( तस्वीर सहित )
वायनाड, 27 जनवरी (भाषा) केरल के वायनाड जिले में दो दिन पहले जंगल से सटे एक इलाके में कॉफी बीन्स इकट्ठा करने गई एक महिला को मारने वाला ‘आदमखोर’ बाघ सोमवार तड़के मृत पाया गया। वन विभाग के अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
महिला की मौत से क्षेत्र में व्यापक विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया, जिसके कारण राज्य सरकार को रविवार को बाघ को ‘आदमखोर’ घोषित करना पड़ा तथा उसे मारने का आदेश देना पड़ा।
बाघ को खोजने के लिए दिन-रात तलाशी अभियान में जुटे वन विभाग के अधिकारियों को सोमवार तड़के 2.30 बजे पिलाकावु एस्टेट के अंदर बाघ मृत मिला। बाघ की गर्दन पर गहरे घाव के निशान थे।
शव पर धारियों के पैटर्न की जांच करने के बाद अधिकारियों ने पुष्टि की कि यह वही बाघ है जिसने शनिवार को 46 वर्षीय राधा को मारा था। बाघ के कारण पंचराकोली क्षेत्र में बड़े पैमाने पर भय फैल गया था।
उत्तरी सर्किल की मुख्य वन संरक्षक (सीसीएफ) के एस दीपा ने कहा कि बाघ की मौत का सही कारण शव के पोस्टमार्टम के बाद ही पता चल सकेगा।
उन्होंने कहा कि वन अधिकारी क्षेत्र में विभिन्न स्थानों पर लगाए गए कैमरों की फुटेज की जांच कर लगातार इसकी गतिविधियों पर नजर रख रहे थे।
उन्होंने यहां संवाददाताओं को बताया कि सोमवार को तड़के बाघ को बेहोश करने का प्रयास किया गया, लेकिन सफलता नहीं मिली। बाद में बाघ पिलाकावु क्षेत्र में मृत पाया गया।
महिला पर बाघ के घातक हमले के बाद रविवार को अधिकारियों ने मनंतवाडी नगर पालिका के कुछ क्षेत्रों में कर्फ्यू लगा दिया था।
वन मंत्री ए के ससीन्द्रन ने रविवार को जिलाधिकारी कार्यालय में एक उच्च स्तरीय बैठक के बाद बाघ को आदमखोर घोषित कर दिया था।
भाषा रवि कांत मनीषा नरेश
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