तिरुवनंतपुरम/नयी दिल्ली, चार नवंबर (भाषा) केरल सरकार हिंदू आईएएस अधिकारियों के लिए एक ‘व्हाट्सएप ग्रुप’ बनाए जाने संबंधी प्रकरण की जांच करेगी। राज्य के उद्योग मंत्री पी राजीव ने सोमवार को यह बात कही।
उनका बयान एक आईएएस अधिकारी द्वारा पुलिस में शिकायत दर्ज कराने के बाद आया है। आईएएस अधिकारी ने आरोप लगाया है कि उनके निजी ‘व्हाट्सअप नंबर’ को हैक कर लिया गया और एक धार्मिक ग्रुप बनाने में उसका उपयोग किया गया।
इस विवाद पर राजीव ने कहा कि राज्य सरकार खासकर हिंदू आईएएस अधिकारियों के लिए एक ग्रुप बनाए जाने की जांच करेगी।
इस घटना को ‘गंभीर’ बताते हुए उन्होंने कहा कि समुदाय आधारित विभाजन अत्यंत चिंताजनक है।
उन्होंने सोमवार को नयी दिल्ली में संवाददाताओं से कहा, ‘‘ सरकार इस मामले पर गौर करेगी। आईएएस अधिकारियों के लिए एक सामान्य आचार संहिता है, जो लोक प्रशासन विभाग के अंतर्गत आती है। हम फिलहाल स्थिति की जांच कर रहे हैं। हम समीक्षा करें और तय करें कि क्या किया जाना चाहिए।’’
विवाद तब शुरू हुआ जब एक आईएएस अधिकारी ने पुलिस में शिकायत दर्ज करायी कि उनका निजी व्हाट्सएप नंबर हैक कर, उसका इस्तेमाल धार्मिक ग्रुप बनाने के लिए किया गया है।
उन्होंने तिरुवनंतपुरम शहर के पुलिस आयुक्त को शिकायत देकर मामले की जांच की मांग की।
इन अधिकारी के करीबी सूत्रों ने बताया कि इस विवादास्पद ‘व्हाट्सएप ग्रुप’ में विभिन्न समुदायों के अधिकारियों को जोड़ा गया और इसे हिंदू समुदाय का ग्रुप कहा गया है।
इसका पता चलने पर अधिकारी ने तत्काल शिकायत दर्ज करायी और इस ग्रुप को भंग कर दिया। अपनी शिकायत में उन्होंने कहा कि उन्होंने संबंधित ग्रुप में किसी भी अधिकारी को नहीं जोड़ा है।
सूत्रों के मुताबिक, यह घटना तीन दिन पहले घटी।
भाषा राजकुमार मनीषा
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