(तस्वीरों के साथ)
नयी दिल्ली, 31 जनवरी (भाषा) आम आदमी पार्टी (आप) प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को निर्वाचन आयोग को अपने उस आरोप के बारे में जवाब सौंपा जिसमें उन्होंने कहा था कि हरियाणा की भाजपा सरकार ने दिल्ली को आपूर्ति किये जाने वाले यमुना के पानी में ‘‘जहर’’ मिला दिया है।
केजरीवाल ने अपने जवाब में कहा कि उनकी टिप्पणी ‘‘कच्चे पानी में अमोनिया के खतरनाक उच्च स्तर’’ के संदर्भ में थी।
मुख्य निर्वाचन आयुक्त (सीईसी) को संबोधित अपने छह पृष्ठ के लिखित जवाब में केजरीवाल ने हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी पर राष्ट्रीय राजधानी में अत्यधिक प्रदूषित पानी भेजकर पांच फरवरी को होने वाले दिल्ली विधानसभा चुनाव को ‘‘प्रभावित’’ करने की ‘‘साजिश’’ रचने का भी आरोप लगाया।
दिल्ली एवं पंजाब के मुख्यमंत्रियों क्रमश: आतिशी और भगवंत मान के साथ ‘आप’ के राष्ट्रीय संयोजक ने इस मामले में निर्वाचन आयोग द्वारा उन्हें दिए गए नोटिस पर निर्वाचन आयोग के अधिकारियों को अपना जवाब सौंपा।
‘आप’ नेता निर्वाचन आयुक्तों तक अपनी बात पहुंचाने के लिए अमोनिया मिश्रित पानी की तीन बोतल भी अपने साथ ले गये।
अपने जवाब में केजरीवाल ने कहा कि यमुना के पानी में मिला जहर ‘‘अमोनिया’’ था। उन्होंने जहर मिलाने के साक्ष्य और अन्य विवरण के लिए दिल्ली जल बोर्ड (डीजेबी) के अधिकारियों को संदर्भित किया।
केजरीवाल ने 27 जनवरी को संवाददाताओं से कहा था कि ‘‘हरियाणा की भाजपा सरकार ने यमुना के जरिए दिल्ली को आपूर्ति किए जाने वाले पानी में जहर मिला दिया। डीजेबी के अभियंताओं का शुक्रिया, जिन्होंने इसे पकड़ लिया और पानी रोक दिया, जिससे यह दिल्ली में नहीं जा सका। यदि यह पानी पीने के पानी में मिल जाता, तो बड़े पैमाने पर नरसंहार हो सकता था।’’
उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर दिल्ली में अराजकता फैलाने के लिए आपूर्ति किये जाने वाले पानी में ‘‘जहर’’ मिलाने का आरोप लगाया था ताकि लोगों की मौत के लिए आम आदमी पार्टी को दोषी ठहराया जा सके।
भाजपा की शिकायत पर निर्वाचन आयोग ने ‘आप’ प्रमुख को इस मामले में नोटिस जारी किया था। दूसरे नोटिस के जवाब में केजरीवाल ने अपना जवाब प्रस्तुत करते हुए कहा कि ‘‘स्पष्ट रूप से’’ उनका कथित बयान हरियाणा से दिल्ली को आपूर्ति किए जा रहे कच्चे पानी में अमोनिया के ‘‘खतरनाक रूप से उच्च’’ स्तर के संदर्भ में दिया गया था।
उन्होंने कहा, ‘‘मेरे बयान का कोई भी अन्य निष्कर्ष निकाला जाना गलत है।’’
अपने बयान से पहले की घटनाओं के बारे में बताते हुए केजरीवाल ने कहा कि पानी में अमोनिया का स्तर 15 जनवरी को 3.2 पीपीएम (पार्ट्स पर मिलियन) से बढ़ना शुरू हुआ और 26-27 जनवरी के आसपास सात पीपीएम तक पहुंच गया।
पीपीएम पोषक तत्व के घोल में तत्वों की सांद्रता मापने की एक सामान्य इकाई है।
उन्होंने कहा कि दिल्ली और पंजाब के मुख्यमंत्रियों ने सैनी के समक्ष यह मामला उठाया था, लेकिन उन्होंने अमोनिया के स्तर को नियंत्रित करने के लिए अधिक पानी छोड़ने का वादा करने के बावजूद कुछ नहीं किया।
केजरीवाल ने आरोप लगाया कि सैनी ने राजधानी में अत्यधिक प्रदूषित पानी भेजकर दिल्ली चुनाव को प्रभावित करने के लिए जानबूझकर साजिश रची है।
‘आप’ प्रमुख ने आरोप लगाया, ‘‘घटनाक्रम से यह स्पष्ट है कि हरियाणा के मुख्यमंत्री ही इसके लिए जिम्मेदार हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘देश की राजधानी के लोगों को गंभीर कष्ट पहुंचाने के प्रयास के लिए उनके खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किया जाना चाहिए। यदि मुख्य निर्वाचन आयुक्त हरियाणा सरकार के खिलाफ कार्रवाई नहीं करते हैं, जो इस घटना के लिए जिम्मेदार हैं, तो आप चुनावी राजनीति में इस तरह की घिनौनी हरकतों को एक आम घटना बना देंगे।’’
केजरीवाल ने उनके खिलाफ कार्रवाई करने में मुख्य निर्वाचन आयुक्त की ‘‘चौंकाने वाली तत्परता’’ पर भी सवाल उठाया, जबकि वह केवल ‘‘बहुत उच्च सार्वजनिक महत्व’’ का मुद्दा उठा रहे थे और उन्होंने दिल्ली में एक बड़े संकट को टाल दिया था।
उन्होंने कहा, ‘‘सीईसी द्वारा हरियाणा को दिल्ली के जल को प्रदूषित करने से रोकने का निर्देश देने से इनकार करना भी उतना ही हैरान करने वाला है।’’
केजरीवाल ने मुख्य निर्वाचन आयुक्त पर दिल्ली में भाजपा नेताओं द्वारा कथित तौर पर आदर्श आचार संहिता के ‘‘घोर उल्लंघन’’ को लेकर ‘‘पूर्ण चुप्पी और निष्क्रियता’’ का भी आरोप लगाया।
उन्होंने कहा, ‘‘यदि मुख्य निर्वाचन आयुक्त भाजपा द्वारा नकदी और वस्तुओं के जरिए वोट खरीदने की व्यापक प्रथा को नजरअंदाज करते रहेंगे, तो आप इस भ्रष्ट प्रथा को भी आम बात बना देंगे।’’
उन्होंने दावा किया कि वीडियो और लोगों के बयानों के रूप में सबूतों को स्वीकार नहीं किया गया।
केजरीवाल ने कहा कि भारत को विश्वभर में लोकतंत्र की आधारशिला के रूप में जाना जाता है। उन्होंने कहा, ‘‘सीईसी ने भाजपा द्वारा भ्रष्ट आचरण के प्रति अपनी स्पष्ट चूक और लापरवाही के कारण विश्वभर में भारत की छवि को धूमिल करने की ठान ली है।’’
केजरीवाल ने कहा कि यदि हरियाणा सरकार और ‘‘भ्रष्ट आचरण’’ में संलिप्त भाजपा नेताओं के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई तो यह सभी के लिए स्पष्ट हो जायेगा कि मुख्य निर्वाचन आयुक्त जनता के हित से ऊपर सत्तारूढ़ पार्टी के हित को प्राथमिकता देते हैं।
उन्होंने कहा कि उनकी एकमात्र चिंता दिल्ली के लोगों का स्वास्थ्य और सुरक्षा है और वह लोकतांत्रिक सिद्धांतों की रक्षा के लिए लड़ते रहेंगे।
उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा के निर्देश पर आप मुझे जो भी गैरकानूनी सजा देना चाहें, वह इसके लिए एक छोटी सी कीमत है और मैं इसका खुले दिल से स्वागत करता हूं।’’
इससे पहले दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री ने संवाददाताओं से कहा कि उन्हें भेजे गए निर्वाचन आयोग के नोटिस की भाषा से संकेत मिलता है कि निर्वाचन आयोग ने उन्हें दी जाने वाली ‘‘सजा’’ के बारे में पहले ही फैसला कर लिया है।
भाषा देवेंद्र रंजन
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