नई दिल्ली: Delhi Liquor Policy Case: आबकारी नीति घोटाला मामले में जेल में बंद दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है। अरविंद केजरीवाल को लेकर सीबीआई ने भरी अदालत में बड़ा दावा किया है। सीबीआई ने अदालत को बताया है कि दिल्ली शराब घोटाला केस में अरविंद केजरीवाल ने सारा दोष मनीष सिसोदिया पर डाल दिया है। सीबीआई ने कहा कि अरविंद केजरीवाल से पूछताछ की जरूरत है। सीबीआई ने दावा कि अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि उन्हें आबकारी नीति की कोई जानकारी नहीं थी। जांच एजेंसी ने बुधवार को राउज एवेन्यू कोर्ट से पांच दिनों की अरविंद केजरीवाल की कस्टडी की मांग की है।
हालांकि दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कोर्ट में इस दावे को गलत बताया। अब सीबीआई के इस दावे पर ‘आप’ नेता संजय सिंह का बयान आया है। उन्होंने कहा कि सीबीआई झूठ बोल रही है। साथ ही उन्होंने कहा कि जज ने यह कहा कि ‘केजरीवाल ने ऐसा नहीं कहा है।’
मैं कोर्ट में हूँ नीचे लिखा गया बयान झूठ का पुलिंदा है।
ऐसी झूठी खबर चलाने से पहले @News18India को सच्चाई जान लेना चाहिए। pic.twitter.com/UG0QnTchIC— Sanjay Singh AAP (@SanjayAzadSln) June 26, 2024
बता दें कि, CBI ने आज अरविंद केजरीवाल को राउज एवेन्यू कोर्ट में गिरफ्तार किया है। गिरफ्तारी के बाद भी सुनवाई जारी रही। सुनवाई के दौरान CBI ने अपने पक्ष में कई दलीले पेश की। CBI ने कहा कि, अरविंद केजरीवाल की जमानत पर हाईकोर्ट से रोक लगने के बाद ही हमने गिरफ्तारी की है। अदालत ने सीबीआई को गिरफ्तारी का आधार बताने के लिए कहा था। इसके जवाब में सीबीआई ने लंबी दलीलें दीं।
Delhi Liquor Policy Case: सीबीआई ने कहा, ‘हमें केजरीवाल से हिरासत में पूछताछ की जरूरत है। वह यह भी नहीं बता रहे हैं कि विजय नायर उनके अधीन काम कर रहे थे। उनका कहना है कि वह आतिशी मार्लेना और सौरभ भारद्वाज के अधीन काम कर रहे थे। उन्होंने सारा दोष मनीष सिसोदिया पर डाल दिया और कहा कि, उन्हें आबकारी नीति के बारे में कोई जानकारी नहीं है। केजरीवाल को लोकसभा चुनाव के चलते जमानत मिली थी। उस वक्त हमने केजरीवाल से पूछताछ नहीं की।16 मार्च 2021 को एक शराब कारोबारी से संपर्क किया गया कि, केजरीवाल शराब नीति को लेकर मिलना चाहते हैं।’
Delhi Liquor Policy Case: सीबीआई के वकील ने कहा कि, मैं इस अदालत में पूरी जिम्मेदारी के साथ कह रहा हूं कि केजरीवाल की गिरफ्तारी और रिमांड जरूरी है। सीबीआई ने दिल्ली शराब कांड की क्रोनोलॉजी समझाते हुए कहा कि 25 मई 2021 को पॉलिसी आई। 16 मार्च 2021 को शराब कारोबारी से मुलाकात की कोशिश की गई। मांगूंटा रेड्डी का बयान मौजूद है. कविता और रेड्डी 20 मार्च 2021 को फिर मिले। 19 मार्च को को कविता ने रेड्डी को मिलने के लिए कॉल किया था। विजय नायर को कोऑर्डिनेट करने का जिम्मा सौंपा गया। 19 मार्च को वो हैदराबाद में था। लॉकडाउन की वजह से एक प्राइवेट फ्लाइट से अभिषेक और बुचीबाबू दिल्ली पहुंचे। अभिषेक बोइनपल्ली ने विजय नायर के माध्यम से मनीष सिसोदिया को एक रिपोर्ट भेजी। सिसोदिया के सचिव सी अरविंद ने रिपोर्ट टाइप की और इसे उनके कैंप कार्यालय (सीएम) में दिया गया।
सीबीआई ने कहा, ‘सारा पैसा नकद दिया गया है। हम 44 करोड़ रुपए के बारे में पता लगा पाए हैं। यह भी पता लगा पाए हैं कि यह पैसा गोवा कैसे पहुंचा और इसका इस्तेमाल कैसे किया गया। चनप्रीत सिंह ने चुनाव के लिए गोवा के प्रत्याशियों के लिए और यहां तक कि सीएम के वहां रहने के लिए भी पैसे दे रहा है। पॉलिसी के लिए सार्वजनिक सुझाव मांगा गया और उन सुझावों से छेड़छाड़ की गई, वह मनगढ़ंत थे। हमारे पास इसके लिए पर्याप्त सबूत हैं कि यह आप सदस्य थे, जो टिप्पणियां कर रहे थे। जब ऐसा हो रहा था तो कुछ अधिकारी ऐसे थे, जो हस्ताक्षर करने को तैयार नहीं थे. जिस अधिकारी ने कहा था कि मैं हस्ताक्षर नहीं करूंगा, उसे बदल दिया गया।’
Delhi Liquor Policy Case: सीबीआई ने कहा कि जब हमने जेल में अरविंद केजरीवाल से पूछताछ की तो वो सहयोग नहीं कर रहे थे। इसलिए हमे उनको गिरफ्तार करना पड़ा। जब हमने पूछा कि क्या आप गोवा गए थे और आपके ठहरने का खर्च किसने उठाया, तो उन्होंने कहा कि उन्हें याद नहीं है। सीबीआई दावा ने कहा कि गोवा में अरविंद केजरीवाल के ठहरने का खर्च हवाला के जरिए चुकाया गया। हमें सह आरोपियों और डाक्यूमेंट्स के साथ केजरीवाल को कन्फ्रंट कराना है।