जयपुर, 17 मार्च (भाषा) राजस्थान के राज्यपाल हरिभाऊ बागडे ने सोमवार को कहा कि अधिकारी प्रशासनिक और लेखा सेवा में राष्ट्रहित को सर्वोपरि मानते हुए पूर्ण पारदर्शिता की कार्य संस्कृति का विकास करें।
बागडे ने सोमवार को राजभवन में राजस्थान प्रशासनिक और लेखा सेवा के वर्ष 2024 बैच के प्रशिक्षु अधिकारियों को संबोधित करते हुए यह बात कही।
उन्होंने समय के साथ जीवन प्रबंधन को जोड़ते हुए नैतिक मूल्यों के लिए कार्य करने पर भी जोर दिया।
राज्यपाल ने कहा कि राजकीय सेवा में आने के बाद अधिकारियों को यह चाहिए कि वे जन कल्याण से जुड़े कार्यों और विकास परियोजनाओं का प्रभावी रूप से क्रियान्वयन करें।
एक आधिकारिक बयान के अनुसार इस दौरान राज्यपाल ने प्रशिक्षु अधिकारियों के कार्य और प्रशिक्षण के बारे में जानकारी ली तथा कहा कि राज्य और देश के विकास में वे भविष्य में सार्थक भूमिका निभाएं।
उन्होंने लोकसभा के पहले अध्यक्ष रहे गणेश वासुदेव मावलंकर का उदाहरण देते हुए कहा कि देश में संसदीय परंपराओं और मर्यादाओं के साथ लोक प्रशासन की मावलंकर ने ही नींव रखी थी।
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पृथ्वी, रवि कांत
रवि कांत