Delhi Kedarnath Mandir Controversy: स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद को सोना चोरी वाले दावे पर केदारनाथ समिति ने दिया खुला चैलेंज, जानें क्या कहा

Delhi Kedarnath Mandir Controversy: स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद को सोना चोरी वाले दावे पर केदारनाथ समिति ने दिया खुला चैलेंज, जानें क्या कहा

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  • Publish Date - July 17, 2024 / 02:42 PM IST,
    Updated On - July 17, 2024 / 02:42 PM IST

Delhi Kedarnath Mandir Controversy: नई दिल्ली। बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने केदारनाथ मंदिर में सोने के घोटाले के दावों पर ज्योतिर्मठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद को सुप्रीम कोर्ट जाने का चैलेंज दिया है। बता दें कि  शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने बीते कुछ दिनों पहले केदारनाथ धाम से 228 किलो सोना गायब होने का दावा किया था। बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष अजयेंद्र अजय ने शंकराचार्य पर सनसनी फैलाने का आरोप लगाते हुए कहा कि स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद की आदत है कि रोज प्रेस कॉन्फ्रेंस करें और आरोप लगाएं। उन्हें चर्चा में रहने की आदत पड़ गई है।

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तथ्य सामने लाएं स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद – अजयेंद्र 

मंदिर समिति के अध्यक्ष अजयेंद्र अजय ने कहा, कि केदारनाथ धाम में सोना गायब होने के बारे में स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद का बयान बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। एक संत के रूप में मैं स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद जी का सम्मान करता हूं। वह सुबह से शाम तक प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हैं। इतनी तो नेता भी नहीं करते। चर्चा में बने रहना और मीडिया की सुर्खियां बटोरना उनकी आदत है। मैं स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद जी से अनुरोध करना चाहता हूं कि वे केदारनाथ को लेकर लगाए आरोपों पर तथ्य सामने लाएं। इसके बाद वे अथॉरिटी का रुख करें और जांच की मांग करें।

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भरोसा नहीं तो सुप्रीम कोर्ट जाएं अविमुक्तेश्वरानंद 

अजयेंद्र अजय ने कहा, कि यदि उन्हें किसी अथॉरिटी पर भरोसा नहीं है तो फिर हाई कोर्ट या सुप्रीम कोर्ट जाएं। उनके पास कोई तथ्य नहीं है तो फिर केदारनाथ धाम का नाम खराब करने की उन्हें इजाजत नहीं है। आरोपों पर मंदिर समिति का पक्ष रखते हुए अजय ने कहा, कि केदारनाथ धाम को जो स्वर्णमंडित कराया गया है, उसमें हमारा कोई लेना-देना नहीं है। यह काम मुंबई के एक दान दाता ने किया है। मंदिर समिति और सरकार से इसका कोई संबंध नहीं है। उन्होंने देश के तमाम मंदिरों में यह काम कराया है। मुंबई के सिद्धि विनायक, काशी विश्वनाथ मंदिर समेत कई मंदिरों में उन्होंने ऐसा काम कराया है।

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दान दाताओं को पहुंचती है ठेस

मंदिर समिति के अध्यक्ष अजयेंद्र ने कहा कि इस तरह के आरोपों से देश के उन दान दाताओं को भी ठेस पहुंचती है, जो आस्था रखते हैं। सोना गायब किए जाने की अफवाहों पर विस्तार से जवाब देते हुए अजयेंद्र  ने कहा कि मैं स्पष्ट करूंगा कि केदारनाथ धाम में जो सोना लगा है, वह 23 किलो के करीब है। उससे पहले यहां चांदी की प्लेटें थी। जिसका वजन 230 किलोग्राम था। उस समय मीडिया के कुछ लोगों ने अनुमान लगाया कि 230 किलो चांदी की जगह उतना ही सोना आया होगा और कम लगा है।

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इससे भ्रम पैदा किया गया। लेकिन, सोने के साथ ऐसा नहीं होता है।  सोने की परत चढ़ाई जाती है। 1000 किलो तांबा लगा है और उसके ऊपर 23 किलो सोना चढ़ाया गया है। स्वर्ण मंदिर समेत तमाम स्थानों पर यही तकनीक अपनाई जाती है। उनके ऐसे ही बयान आते रहे हैं। अजयेंद्र ने कहा कि कांग्रेस का एजेंडा चलाने से उन्हें बचना चाहिए।

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