बेलगावी (कर्नाटक), 19 दिसंबर (भाषा) भाजपा के विधान परिषद सदस्य सी टी रवि पर बृहस्पतिवार को उच्च सदन में मंत्री लक्ष्मी हेब्बालकर के लिए अपमानजनक शब्द का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया गया।
रवि ने जहां आरोपों को ‘झूठा’ बताते हुए खारिज किया, वहीं कांग्रेस नेताओं ने कहा कि हेब्बालकर ने इस मामले की शिकायत विधान परिषद के सभापति से की है।
कांग्रेस नेताओं के अनुसार, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बी आर आंबेडकर संबंधी बयान को लेकर हंगामे के बाद सभापति बसवराज होरट्टी द्वारा सदन की कार्यवाही कुछ समय के लिए स्थगित किए जाने के बाद दोनों नेताओं के बीच हुई कहासुनी के दौरान रवि ने हेब्बालकर के लिए कथित तौर पर अपमानजनक शब्द का कई बार इस्तेमाल किया।
कांग्रेस के विधान पार्षद यतींद्र सिद्धरमैया ने पत्रकारों से कहा कि यह घटना सभापति द्वारा सदन स्थगित किए जाने के बाद हुई और वह उस समय हेब्बालकर से दो पंक्ति पीछे खड़े थे।
उन्होंने कहा कि हेब्बालकर और रवि के बीच वाकयुद्ध हुआ और जब उन्होंने (हेब्बालकर) उनके (रवि) खिलाफ कुछ टिप्पणियां कीं, तो उन्होंने (रवि) उनके (हेब्बालकर) खिलाफ अपमानजनक शब्द का इस्तेमाल किया।
उन्होंने कहा, ‘‘शुरू में मुझे विश्वास ही नहीं हुआ कि एक एमएलसी इस तरह के शब्द का इस्तेमाल कर सकता है और पुष्टि होने तक इंतजार किया। उन्हें उस शब्द का इस्तेमाल करते और बाहर निकलते हुए सुना जा सकता था। बाद में हेब्बालकर खुद आईं और हममें से कुछ लोगों को पीड़ा के साथ इस बारे में बताया।’’
मुख्यमंत्री सिद्धरमैया के बेटे यतींद्र ने कहा, ‘‘हमने सभापति से शिकायत की है और उनके (रवि) निष्कासन की मांग की है। सभापति ने ऑडियो और वीडियो की पुष्टि के बाद कार्रवाई का आश्वासन दिया है।’’
इस बीच, हेब्बालकर के कुछ समर्थकों ने यहां सुवर्ण विधान सौध परिसर में रवि के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया और पुलिस ने उन्हें वहां से हटा दिया।
इस बीच, रवि ने हेब्बालकर के खिलाफ अपमानजनक शब्द का इस्तेमाल करने के आरोपों पर एक सवाल का जवाब देते हुए कहा, ‘‘उनके (हेब्बालकर) आरोप झूठे हैं, ऑडियो और वीडियो की पुष्टि होने दीजिए, उसके बाद मैं बोलूंगा। मैं अभी कुछ नहीं कहूंगा। इस सवाल का जवाब देने का यह सही समय नहीं है। मैं ऐसा व्यक्ति नहीं हूं जो किसी को व्यक्तिगत रूप से अपशब्द कहे। मैंने उन्हें अपशब्द नहीं कहे हैं, मुझे नहीं पता कि उन्हें ऐसा क्यों लगा।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैंने उनसे कुछ नहीं कहा है…मैंने उनके खिलाफ कोई व्यक्तिगत टिप्पणी नहीं की है, जैसा कि वह दावा कर रही हैं।’’
मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने संवाददाताओं से बात करते हुए हेब्बालकर के खिलाफ रवि की कथित टिप्पणी को ‘‘ओछा’’ करार दिया और कहा कि यह आपराधिक अपराध है।
उन्होंने कहा, ‘‘उन्होंने (रवि) लक्ष्मी हेब्बालकर, जो मेरे मंत्रिमंडल में मंत्री हैं, के लिए बहुत ही गंदे शब्द का इस्तेमाल किया है और यह अपराध है। उन्होंने (हेब्बालकर) सभापति और पुलिस से शिकायत की है। पुलिस कानून के अनुसार कार्रवाई करेगी।’’
जब उनसे कहा गया कि रवि ने आरोपों से इनकार किया है, तो मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘हर कोई कह रहा है कि उन्होंने (रवि) दस बार इस शब्द का इस्तेमाल किया, मुझे नहीं पता, मैं परिषद में नहीं था। परिषद के सदस्य आए और उन्होंने मुझे बताया कि रवि ने एक गंदे शब्द का इस्तेमाल किया है। लक्ष्मी हेब्बालकर दुखी हैं, यह एक तरह से उनके खिलाफ यौन उत्पीड़न है।’’
भाषा अमित नेत्रपाल
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