नई दिल्ली : अपने बयानों को लेकर विवादों में रहने वाले वरिष्ठ वकील, पूर्व कांग्रेस नेता और मौजूदा राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल के नए बयान से फिर से बवाल की आशंका है। इस बार उन्होंने रामलला पर भाजपा के घोषणा को लेकर बातें कही है। बकौल कपिल सिब्बल भाजपा की तरफ से लोगों रामलला के फ्री में दर्शन का वादा कानून का उल्लंघन है’
कपिल सिब्बल ने कहा “इस देश में संविधान के आधार पर राजनीति नहीं हो रही है रोज के रोज संविधान का उल्लंघन होता है। कोई धर्म के आधार पर वोट मांगता है, वे (बीजेपी) कहते हैं कि अगर हम जीत गए तो मुफ्त में राम लला के दर्शन करवाएंगे। ये कैसे राजनीति है और इसका मकसद क्या है? मकसद है कि हमें आप वोट दो तो रामलला के दर्शन फ्री में करो। ये तो कानून का उल्लंघन है लेकिन न चुनाव आयोग कोई परवाह करता है न किसी और को है। जब चुनाव याचिका फाइल होगी तब तक 5 साल निकल जाएंगे और नया चुनाव आ जाएगा।”
दिल्ली: राज्य सभा सांसद कपिल सिब्बल ने कहा, “इस देश में संविधान के आधार पर राजनीति नहीं हो रही है रोज के रोज संविधान का उल्लंघन होता है।
कोई धर्म के आधार पर वोट मांगता है, वे (बीजेपी) कहते हैं कि अगर हम जीत गए तो मुफ्त में राम लला के दर्शन करवाएंगे। ये कैसे राजनीति है और… pic.twitter.com/b9c28D25Zf — IBC24 News (@IBC24News) November 22, 2023
बता दें कि पांच राज्यों में जारी विधानसभाओं को लेकर जो संकल्प पत्र तैयार किया गया है उनमें रामलला के दर्शन से जुड़ा वादा भी शामिल है। भाजपा ने हिंदी पट्टी वाले राज्यों जिनमें छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश और राजस्थान शामिल है वहां ऐलान किया है कि सरकार बनने पर वह लोगों को मुफ्त में रामलला के दर्शन कराएँगे। चुनावी सभाओं में अमित शाह और जेपी नड्डा भी इस बात का जिक्र कर चुके है।
गौरतलब है कि अगले साल 22 जनवरी को राम मंदिर का लोकार्पण किया जाएगा। यह पूरा कार्यक्रम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों संपन्न होगा। पिछले महीने श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के सदस्यों ने पीएम से मुलाकात कर इसका न्यौता दिया था। वही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राममंदिर के उदघाटन समारोह में शामिल होने को खुद का सौभाग्य बताया था।