Publish Date - July 3, 2020 / 02:06 PM IST,
Updated On - November 29, 2022 / 08:20 PM IST
कानपुर: उत्तर प्रदेश के कानपुर में आज हुए मुठभेड़ में सीओ समेत आठ पुलिसकर्मी शहीद हो गए। लेकिन अब इस मामले में मुखबिरी की बात सामने आ रही है। बताया जा रहा है कि पुलिस की इस रेड के बारे में हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे को पहले जानकारी थी और उसने पुलिस से निपटने के लिए पूरी तैयारी कर ली थी।
बताया जा रहा है कि मुखबिर ने विकास दुबे को इतनी पुख्ता जानकारी दी थी। उसने बताया था कि दबिश देने वाली टीम में कौन-कौन होंगे और किस पुलिस वाले के पास कौन सा हथियार होगा। यही वजह थी कि बदमाशों ने घर के सामने जेसीबी खड़ी कर पुलिस का रास्ता रोक दिया था।
मामले को लेकर एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने कहा कि पुलिसकर्मियों से बड़ी चूक हुई है। इसकी जांच की जाएगी। गांव में विकास का घर किलेनुमा है। घर के चारों तरफ बड़ी बाउंड्रीवाल है। घर में तीन तरफ से गेट है। घर के भीतर कोई देख नहीं सकता है, लेकिन छतों से पूरे गांव को देखा जा सकता है।
गुरुवार रात करीब एक बजे पुलिस की टीम विकास के घर के पास पहुंची तो घर से कुछ दूर रास्ते में जेसीबी को लगाकर रास्ता रोका गया था। इसलिए पुलिस अपनी गाड़ी से मौके तक नहीं पहुंच सकी।विकास और उसके साथी लाठी-डंडा और असलहे लेकर खड़े थे। जब पुलिस टीम घर की तरफ पैदल बढ़ी तो पुलिस से उनकी झड़प हो गई। उसके बाद बदमाशों ने पुलिस के असलहों को छीनकर उन पर फायर कर दिया। वारदात के समय करीब 50 से ज्यादा राउंड गोलियां चली हैं।
जानिए कौन है विकास दुबे
हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे वर्ष 2001 में दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री संतोष शुक्ला हत्याकांड का मुख्य आरोपी है।
वर्ष 2000 में कानपुर के शिवली थानाक्षेत्र स्थित ताराचंद इंटर कॉलेज के सहायक प्रबंधक सिद्धेश्वर पांडेय की हत्या में भी विकास दुबे का नाम आया था।
कानपुर के शिवली थानाक्षेत्र में ही वर्ष 2000 में रामबाबू यादव की हत्या के मामले में विकास दुबे पर जेल के भीतर रहकर साजिश रचने का आरोप है।
वर्ष 2004 में केबिल व्यवसायी दिनेश दुबे की हत्या के मामले में भी विकास आरोपी है।
2001 में कानपुर देहात के शिवली थाने के अंदर घुस कर इंस्पेक्टर रूम में बैठे तत्कालीन श्रम संविदा बोर्ड के चैयरमेन, राज्य मंत्री का दर्जा प्राप्त भाजपा नेता संतोष शुक्ल को गोलियों से भून दिया था। कोई गवाह न मिलने के कारण केस से बरी हो गया।
एसटीएफ ने कानपुर में वर्ष 2001 में भाजपा के तत्कालीन दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री संतोष शुक्ला की थाने के अंदर सनसनीखेज हत्या करने के आरोपी विकास दुबे को 2017 में लखनऊ से गिरफ्तार किया था।