नई दिल्ली: Kangana Ranaut on Sheikh Hasina : इस समय बांग्लादेश के हालत अस्थिर बने हुए हैं। कई शहरों में छात्रों का प्रदर्शन देखा जा रहा है। सैकड़ों की तादात में लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी। प्रधानमंत्री शेख हसीना ने सोमवार देश में चल रहे हिंसक विरोध प्रदर्शनों के बीच अपनी पद से इस्तीफा दे दिया। इतना ही नहीं वह राजधानी ढाका छोड़ किसी सुरक्षित जगह पर के लिए निकल गई हैं। बांग्लादेश के हालातों ने भारतीय राजनीति में एंट्री कर ली है। मंडी से बीजेपी सांसद कंगना रनौत का एक पोस्ट सामने आया है।
Kangana Ranaut on Sheikh Hasina : कंगना रनौत ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा कि, यहीं से शुरू हुआ शेख हसीना का पतन, याद रखें ! श्रीलंका, बांग्लादेश से हम बहुत दूर नहीं हैं। वोट सोच समझ कर दो, जो सिर्फ आपके हैं।
Downfall of Sheikh Hasina started here
याद रखना ! श्रीलंका, बांग्लादेश से हम बहुत दूर नहीं हैं
वोट सोच समझ कर दो, जो सिर्फ आपके हैं । #SheikhHasina #Bangladesh #BangladeshProtests#SheikhHasina pic.twitter.com/JDpiUvPWWc— Kangana Ranaut Hp (@kanganaranautin) August 5, 2024
वहीं, भाजपा सांसद कंगना रनौत ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर एक और पोस्ट किया है और लिखा है कि, भारत हमारे आस-पास के सभी इस्लामिक गणराज्यों की मूल मातृभूमि है। हम सम्मानित और खुश हैं कि बांग्लादेश की माननीय प्रधानमंत्री भारत में सुरक्षित महसूस करती हैं, लेकिन भारत में रहने वाले सभी लोग पूछते रहते हैं कि हिंदू राष्ट्र क्यों? राम राज्य क्यों? खैर, यह स्पष्ट है कि क्यों!!! मुस्लिम देशों में कोई भी सुरक्षित नहीं है, यहाँ तक कि खुद मुसलमान भी नहीं। अफ़गानिस्तान, पाकिस्तान, बांग्लादेश और ब्रिटेन में जो कुछ भी हो रहा है, वह दुर्भाग्यपूर्ण है। हम भाग्यशाली हैं कि हम राम राज्य में रह रहे हैं। जय श्री राम
Bharat is the original motherland of all Islamic Republics around us. We are honoured and flattered that honourable Prime Minister of Bangladesh feels safe in Bharat but all those who live in India and keep asking why Hindu Rashtra? Why Ram Rajya? Well it is evident why!!!
No… https://t.co/wMqlpBquUo— Kangana Ranaut (@KanganaTeam) August 5, 2024
Kangana Ranaut on Sheikh Hasina : बांग्लादेश में सरकारी नौकरियों में आरक्षण व्यवस्था के मुद्दे पर बवाल शुरू हुआ। और ऐसा नहीं है कि ये अचानक से आज-कल में ही शुरू हुआ। पहले भी इसको लेकर विरोध प्रदर्शन हो चुके हैं। प्रदर्शनकारी इस कथित विवादास्पद रिजर्वेशन सिस्टम को खत्म करने की मांग कर थे, जिसके तहत बांग्लादेश मुक्ति संग्राम (1971) में हिस्सा लेने वाले लड़ाकों के रिश्तेदारों को सरकारी नौकरियों में 30% आरक्षण देने का प्रावधान किया गया है।
रविवार को सरकार के इस्तीफे की मांग कर रहे प्रदर्शनकारी ‘स्टूडेंट्स अगेंस्ट डिस्क्रिमिनेशन’ के बैनर तले आयोजित ‘असहयोग आंदोलन’ में भाग लेने पहुंचे। अवामी लीग, छात्र लीग और जुबो लीग के कार्यकर्ताओं ने उनका विरोध किया और फिर दोनों पक्षों के बीच झड़प हुई।
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