मदुरै। कमल हासन के बयान ‘आजाद भारत का पहला चरमपंथी एक हिंदू था’ पर कायम हैं। उन्होंने कहा है कि, वे वही कहा है जो एक ऐतिहासिक सच था। कमल हासन ने अपने विरोधियों से बस ‘वैध आरोप लगाने को कहा है।
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कमल हासन ने कहा कि सच की हमेशा जीत होती है, और मैन ”मैने ऐतिहासिक सच कहा है। उन्होंने कहा कि ‘चरमपंथी शब्द का अर्थ समझिए, मैंने आतंकवादी या हत्यारा शब्द का इस्तेमाल कर सकता था । हम सक्रिय राजनीति में हैं, कोई हिंसा नहीं होगी’।
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कमल हासन ने आरोप लगाते हुए कहा है कि, उनके भाषण को संपादित किया गया है। इसके साथ ही बता दे कि दिल्ली की अदालत में कमल हासन पर धार्मिक भावनाओं को कथित तौर पर आहत करने के लिए विष्णु गुप्ता नामक व्यक्ति ने मुकदमा दायर की थी। हासन के खिलाफ यह शिकायत महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को “हिंदू उग्रवादी’’ कहने को लेकर की गई थी।