कोलकाता, चार अक्टूबर (भाषा) कोलकाता के आर.जी. कर अस्पताल में एक महिला प्रशिक्षु चिकित्सक से दुष्कर्म के बाद हत्या के बाद प्रदर्शन करने वाले कनिष्ठ चिकित्सक पुलिस पर अपने कुछ साथियों पर लाठीचार्ज करने का आरोप लगा शुक्रवार शाम का कोलकाता के धर्मतला इलाके में एक अहम सड़क पर धरने पर बैठक गए।
पुलिस ने बताया कि चिकित्सकों के प्रदर्शन के बाद शहर के केंद्र में यातायात बाधित हो गई।
एक कनिष्ठ चिकित्सक ने कहा, ‘‘धर्मतला में सड़क के पास हमारा इंतजार कर रहे हमारे दो साथियों को पुलिस ने पीटा। हमें इसकी वजह नहीं पता। हम यहां शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे थे और हमें यहां संवाददाता सम्मेलन करने की अनुमति थी। हम पुलिसकर्मियों के इस रवैये का विरोध करते हैं। पुलिस को माफी मांगनी होगी नहीं तो हम अपना प्रदर्शन जारी रखेंगे।’’
इससे पहले यह उम्मीद की जा रही थी कि चिकित्सक धर्मतला में एक संवाददाता सम्मेलन में एक अक्टूबर से शुरू हुए अपने ‘कार्य स्थगन’ आंदोलन को समाप्त करने की घोषणा करेंगे क्योंकि उनकी रैली धर्मतला में संपन्न होनी थी।
एक पुलिस अधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘ हम चिकित्सकों से बात करने की कोशिश कर रहे हैं और देख रहे हैं कि इस मुद्दे को कैसे सुलझाया जा सकता है।’’
कनिष्ठ चिकित्सकों ने शहर के भवानीपुर क्षेत्र स्थित एसएसकेएम अस्पताल से धर्मतला तक रैली निकाली।
इससे पहले नौ अगस्त को आर.जी. कर चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल में एक साथी चिकित्सक के साथ दुष्कर्म और हत्या के बाद चिकित्सकों ने 42 दिनों तक पूर्ण रूप से काम बंद रखा था। राज्य सरकार के अधिकारियों के साथ कई दौर की बातचीत के बाद उन्होंने 21 सितंबर को अपनी हड़ताल समाप्त कर दी और आवश्यक सेवाएं पुनः बहाल कर दीं।
हालांकि, पिछले सप्ताह सरकारी सागर दत्ता अस्पताल में एक मरीज के परिजनों द्वारा चिकित्सकों पर कथित हमले के बाद एक अक्टूबर से कनिष्ठ चिकित्सकों ने ‘काम बंद’ आंदोलन दोबारा शुरू कर दिया।
भाषा धीरज माधव
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