नई दिल्ली: भाजपा में नए राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव को लेकर सुगबुगाहट तेज हो गई है। वहीं, इसी क्रम में जेपी नड्डा का नाम नए अध्यक्ष के लिए सामने आ रहा है। बताया जा रहा है कि जेपी नड्डा का अध्यक्ष बनना लगभग तय हो चुका है ओर फरवरी में उनकी औपचारिक ताजपोशी होगी। बता दें अमित शाह के अध्यक्ष का कार्यकाल पिछले साल जनवरी में ही पूरा हो गया था, लेकिन लोकसभा चुनावों को देखते हुए उन्हें जिम्मेदारी संभालने को कहा गया था। लेकिन अब भाजपा के 11वे अध्यक्ष के चुनाव के लिए तैयारियां शुरू हो गई है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार 19 फरवरी तक बीजेपी के 80 फीसदी से ज्यादा राज्य इकाइयों के चुनाव पूरे हो जाएंगे और उसके बाद ही राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव होगा। वहीं, कुछ राजनीति के जानकारों का यह भी कहना है कि मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में स्वास्थ्य मंत्री के रूप में 50 करोड़ गरीबों के पांच लाख रुपए सालाना तक मुफ्त इलाज की आयुष्मान भारत और बच्चों के टीकाकरण के लिए इंद्रधनुष जैसी महत्वाकांक्षी योजनाओं को सफलतापूर्वक लागू करने वाले जेपी नड्डा को मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिली, तभी से साफ हो गया था कि उन्हें भाजपा के संगठन की कमान सौंपी जाएगी।
गौरतलब है कि जेपी नड्डा अपने पढ़ाई के दौरान से ही राजनीति में सक्रिय रहे हैं। वे लंबे समय तक एबीवीपी के कार्यकर्ता के तौर पर अपनी सेवाएं दे चुके हैं। नड्डा संगठन के विभिन्न पदों पर रहते हुए पहली बार 1993 में हिमाचल प्रदेश से विधायक चुने गए थे। इसके बाद वे राज्य और केंद्रीय मंत्री के पद पर भी आसीन रहे। 58 वर्षीय नड्डा को लोकसभा चुनावों से पहले उत्तर प्रदेश की जिम्मेदारी दी गई थी, जहां चुनावों में एसपी-बीएसपी गठबंधन के बाद भी 80 में से बीजेपी ने 62 सीटें जीती हैं। तीन बार विधायक रहे नड्डा राज्यसभा में हिमाचल प्रदेश का प्रतिनिधित्व करते हैं।
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