नयी दिल्ली, पांच दिसंबर (भाषा) जवाहरलाल नेहरू उन्नत वैज्ञानिक अनुसंधान केंद्र (जेएनसीएएसआर), बेंगलोर के प्रोफेसर सुबी जैकब जॉर्ज को रसायन विज्ञान के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए बृहस्पतिवार को घनश्यामदास बिड़ला पुरस्कार 2024 से सम्मानित किया गया।
नयी दिल्ली में स्थित के.के. बिरला फाउंडेशन की ओर से जारी विज्ञप्ति में यह जानकारी दी गई है।
भारतीय राष्ट्रीय विज्ञान अकादमी (आईएनएसए) के अध्यक्ष प्रोफेसर आशुतोष शर्मा की अध्यक्षता में हुई चयन बोर्ड की बैठक में जॉर्ज को यह पुरस्कार देने का फैसला किया गया।
जॉर्ज जेएनसीएएसआर, बेंगलोर में अत्याधुनिक सुप्रामॉलिक्यूलर रासायनिक अनुसंधान समूह का नेतृत्व करते हुए कार्यात्मक सुप्रामॉलिक्यूलर और कार्बन पदार्थों में अनुसंधान को प्रोत्साहित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।
सुप्रामॉलिक्यूलर पॉलिमर के तंत्र और कार्यक्षमता के पूर्वानुमान में उनके योगदान को दुनियाभर के वैज्ञानिकों ने सराहा है।
वर्ष 1991 में के.के बिरला फाउंडेशन ने भारत में अनुसंधान करने वाले 50 या उससे कम आयु के वैज्ञानिकों की प्रतिभा को पहचानने और उन्हें सम्मानित करने के लिए घनश्यादास बिड़ला पुरस्कार की शुरुआत की थी। पुरस्कार के रूप में पांच लाख रुपये दिए जाते हैं। अब तक 31 वैज्ञानिकों को यह पुरस्कार प्रदान किया जा चुका है।
केरल के निवासी जॉर्ज ने महात्मा गांधी विश्वविद्यालय, कोट्टायम से कार्बनिक रसायन विज्ञान में मास्टर्स की डिग्री हासिल की है। इससे पहले उन्हें शांति स्वरूप भटनागर पुरस्कार, भारत सरकार की ओर से स्वर्ण जयंती फैलोशिप और सीएन राव राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है।
भाषा जोहेब नरेश
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