जम्मू-कश्मीर के औद्योगिक पारिस्थितिकी तंत्र में हाल के वर्षों में अभूतपूर्व सुधार हुआ: उपराज्यपाल

जम्मू-कश्मीर के औद्योगिक पारिस्थितिकी तंत्र में हाल के वर्षों में अभूतपूर्व सुधार हुआ: उपराज्यपाल

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  • Publish Date - January 24, 2025 / 04:39 PM IST,
    Updated On - January 24, 2025 / 04:39 PM IST

जगती (जम्मू), 24 जनवरी (भाषा) उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने शुक्रवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर में औद्योगिक पारिस्थितिकी तंत्र में पिछले कुछ वर्षों में अभूतपूर्व सुधार हुआ है और उन्होंने इसका श्रेय सरकार के प्रयासों और नीतिगत हस्तक्षेपों को दिया, जिसने केंद्र शासित प्रदेश को एक जीवंत ‘स्टार्टअप हब’ में बदल दिया।

उन्होंने युवाओं से बड़े सपने देखने, खुद को समर्पित करने और क्षेत्र के विकास में योगदान देने का आग्रह किया ताकि जम्मू-कश्मीर के विकास को नई ऊंचाई प्रदान की जा सके।

सिन्हा ने यहां भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम) में ‘ब्रिक्स यूथ काउंसिल एंटरप्रेन्योरशिप रन-अप इवेंट’ का उद्घाटन करने के बाद कहा, “पिछले कुछ वर्षों में, जम्मू-कश्मीर के औद्योगिक पारिस्थितिकी तंत्र में अभूतपूर्व उछाल आया है, जिससे नवाचार, अनुसंधान, विकास और वैज्ञानिक प्रगति की संस्कृति को बढ़ावा मिला है। मैं अपने युवाओं को देश के शीर्ष उद्यमियों में शामिल देखना चाहता हूं, जो इसके विकास में योगदान दे रहे हैं।”

दिन भर जारी रहने वाला यह कार्यक्रम नवोन्मेषकों, महत्वाकांक्षी उद्यमियों और युवाओं को नवोन्मेषी व्यावसायिक विचारों व उद्यमशीलता संबंधी उपायों को प्रदर्शित करने के लिए एक गतिशील मंच प्रदान करता है। सिन्हा ने केंद्र शासित प्रदेश में उद्यमशीलता पारिस्थितिकी तंत्र विकसित करने के लिए सरकार के प्रयासों पर प्रकाश डाला।

उन्होंने कहा, “हमारे ईमानदार प्रयासों और नीतिगत हस्तक्षेपों ने जम्मू-कश्मीर को एक जीवंत ‘स्टार्टअप हब’ बना दिया है।”

उपराज्यपाल ने कहा कि उद्योग एवं वाणिज्य विभाग के माध्यम से सरकार द्वारा की गई विभिन्न परिवर्तनकारी पहलों ने नवाचार और उद्यमिता पारिस्थितिकी तंत्र को पुनः परिभाषित किया तथा केंद्र शासित प्रदेश के युवाओं को सशक्त बनाया है।

भाषा जितेंद्र पवनेश

पवनेश